मानसून का इंतजार अब खत्म होने को है! भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने ताजा अपडेट में बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून ने मंगलवार को बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्से, अंडमान सागर, निकोबार द्वीप समूह और अंडमान सागर के उत्तरी क्षेत्रों में अपनी एंट्री मार ली है। यह खबर उन लोगों के लिए राहत भरी है जो गर्मी से तपते हुए बारिश की बूंदों का इंतजार कर रहे हैं। आइए, जानते हैं कि किन राज्यों में होगी झमाझम बारिश और मौसम का मिजाज कैसा रहेगा।
मानसून की रफ्तार और अनुकूल परिस्थितियांमौसम विभाग के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों में निकोबार द्वीप समूह में मध्यम से लेकर भारी बारिश (Monsoon Rainfall) देखी गई है। अगले तीन से चार दिनों में मानसून दक्षिण अरब सागर, मालदीव, कोमोरिन क्षेत्र, दक्षिण बंगाल की खाड़ी के अधिकतर हिस्सों और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के बाकी हिस्सों में तेजी से आगे बढ़ेगा। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पछुआ हवाओं की गति में इजाफा हुआ है, जो समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर ऊपर 20 समुद्री मील से ज्यादा हो गई है। कुछ इलाकों में यह गति 4.5 किलोमीटर तक पहुंच रही है, जो मानसून की मजबूत शुरुआत का संकेत है।
बादलों की गर्जना और ओएलआर का रोलIMD ने बताया कि 'आउटगोइंग लॉन्गवेव रेडिएशन' (OLR) में कमी देखी गई है, जो बादलों की मौजूदगी और बारिश की संभावना को दर्शाता है। ओएलआर पृथ्वी से अंतरिक्ष में निकलने वाली ऊर्जा का माप है, जो खास तौर पर इंफ्रारेड जैसे लंबी तरंग दैर्ध्य पर आधारित होती है। यह कमी दक्षिणी क्षेत्रों में घने बादल और बारिश (Heavy Rainfall) की स्थिति को दर्शाती है। यह मानसून के तेजी से बढ़ने का एक मजबूत संकेत है, जिससे कई राज्यों में जल्द ही बारिश की उम्मीद जगी है।
इन राज्यों में बरसेंगे बादलमानसून की इस शुरुआती दस्तक का असर देश के कई हिस्सों में दिखेगा। छत्तीसगढ़ में 13 से 15 मई तक आंधी, बिजली और तेज हवाओं के साथ छिटपुट से मध्यम बारिश होने की संभावना है। मध्य प्रदेश में 13 से 16 मई के बीच बारिश (Rain Forecast) का दौर चलेगा। वहीं, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 14 से 15 मई को बारिश होगी। गंगा के मैदानी पश्चिम बंगाल में 14 मई को और झारखंड में 15 से 16 मई तक बारिश का अनुमान है। दक्षिण में केरल के लिए अच्छी खबर यह है कि 27 मई तक वहां बारिश की संभावना बनी हुई है।
किसानों और आम लोगों के लिए राहतयह मानसून की शुरुआत न सिर्फ गर्मी से राहत दिलाएगी, बल्कि किसानों के लिए भी वरदान साबित होगी। खेती-बाड़ी के लिए बारिश का यह दौर फसलों को नई जिंदगी देगा। हालांकि, तेज हवाओं और आंधी की चेतावनी को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
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