फ्लिन फ्लोन (मैनिटोबा), 01 जून . कनाडा के तीन प्रांतों मैनिटोबा, सस्केचेवान और अल्बर्टा में तेजी से फैल रही जंगल की आग के कारण अब तक 25,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. साथ ही इस आपदा का असर अब अमेरिका के सीमावर्ती इलाकों तक पहुंचने लगा है, जहां वायु गुणवत्ता अस्वास्थ्यकर स्तर तक गिर गई है.
जंगल में लगी आग की वजह से मैनिटोबा सरकार ने पहले ही आपातकाल की घोषणा कर दी है. अकेले यहां से 17,000 लोग निकाले जा चुके हैं. फ्लिन फ्लोन क्षेत्र में 5,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं, जबकि क्रैनबेरी पोर्टेज में आग ने बिजली आपूर्ति बाधित कर दी है, जिससे लगभग 600 लोगों को अनिवार्य रूप से निकाला गया.
सबसे पहले आग सस्केचेवान के क्रेटन क्षेत्र में भड़की थी और फिर तेजी से मैनिटोबा की ओर फैल गई. घने धुएं और ड्रोन गतिविधियों के कारण अग्निशमन विमानों को भी बीच-बीच में रोकना पड़ा है.
अमेरिका ने मदद का हाथ बढ़ाते हुए आग बुझाने के लिए एयर टैंकर और 150 अग्निशमन कर्मियों के साथ उपकरण भेजे हैं. अमेरिकी पर्यावरण एजेंसी ने बताया है कि नॉर्थ डकोटा, मिनेसोटा, मोंटाना और साउथ डकोटा में वायु गुणवत्ता बेहद खराब स्तर तक पहुंच चुकी है. वहीं, मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले कुछ दिनों में कनाडाई धुएं की कई और लहरें अमेरिका में प्रवेश कर सकती हैं.
सस्केचेवान के मुख्यमंत्री स्कॉट मोए ने कहा कि अगले चार से सात दिन अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, जब तक कि मौसम में बदलाव और बारिश की संभावना न बने. उन्होंने बताया कि सस्केचेवान से अब तक 8,000 से अधिक लोगों को निकाला गया है, और यह संख्या बढ़ने की आशंका है. वहीं अल्बर्टा से 1,300 लोगों का पलायन हो चुका है.
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/ आकाश कुमार राय