तेल अवीव, 21 मई . इजराइल सुरक्षा बल (आईडीएफ) ने कहा है कि उसका पहला लक्ष्य फिलिस्तीन के आतंकी समूह हमास के कब्जे से 58 बंधकों को छुड़ाना है. इसके लिए भले ही चाहे जो करना पड़े. आईडीएफ ने एक्स पर कहा कि उसकी स्थापना 77 साल पहले स्पष्ट मिशन के तौर पर की गई थी.
आईडीएफ ने कहा कि सात अक्टूबर, 2023 को इजराइल ने अपने इतिहास के सबसे खूनी हमले का अनुभव किया. हमारे नागरिकों का नरसंहार किया गया. महिलाओं से बलात्कार किया गया. लोगों को जिंदा फूंक दिया गया.बंधक बना लिया गया. उनमें से 58 अभी भी गाजा में हमास के आतंकवादियों के कब्जे में हैं. इन लोगों को मुक्त कराना आईडीएफ की पहली प्राथमिकता है.
आईडीएफ ने एक अन्य पोस्ट में जानकारी दी है कि हमारे सुरक्षा बलों ने हमास के मिसाइल और रॉकेट सरणी के कमांडर मोआताज देब को उत्तरी गाजा में ढेर कर दिया. आईडीएफ ने पिछले दिनों में गाजा में 100 से अधिक आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया है. इन्हीं हमलों में मोआताज देब को मार गिराया गया.
फिलिस्तीन की न्यूज वाफा के अनुसार, मंगलवार शाम वेस्ट बैंक के शहर रामल्लाह के उत्तर-पश्चिम के बेतिल्लू गांव में इजराइली सेना की गोलीबारी में तीन फिलिस्तीनी घायल हो गए. इसके अलावा गांव के बाहरी इलाके में एड-दाहदर क्षेत्र में कई घरों पर हमला किया. ग्रामीणों पर गोलियां चलाईं. घायलों को रामल्लाह सरकारी अस्पताल ले जाया गया.
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/ मुकुंद
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