कोलकाता, 18 अगस्त (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से दुर्गा पूजा समितियों को दिए जाने वाले अनुदान को चुनौती देते हुए कलकत्ता उच्च न्यायालय में एक और याचिका दाखिल हुई है।याचिकर्ता एवं वकील शमीम अहमद ने सोमवार को न्यायमूर्ति सुजॉय पाल की डिवीजन बेंच में जल्द सुनवाई की मांग की है।
कुछ दिनों पहले भी इसी मुद्दे पर एक मामला दायर हुआ था। उस पर उच्च न्यायालय ने अंतरिम आदेश दिया था और वह मामला अब भी लंबित है। नई याचिका के साथ उस पुराने मामले की भी संयुक्त सुनवाई हो सकती है।
यह विवाद नया नहीं है। दुर्गापुर निवासी ने इस साल पहले ही अनुदान पर सवाल उठाते हुए याचिका दाखिल की थी। इससे पहले भी वे इसी मुद्दे पर अदालत का दरवाजा खटखटा चुके हैं, हालांकि पिछली याचिका खारिज हो गई थी। हर साल दुर्गा पूजा अनुदान के खिलाफ अदालत में चुनौती दी जाती रही है। 2022 में भी उच्च न्यायालय में मामला दर्ज हुआ था, जिसके बाद डिवीजन बेंच ने राज्य सरकार द्वारा अनुदान देने पर कई शर्तें लगाई थीं। इनमें पूजा समितियों को ‘यूटीलाईजेशन सर्टिफिकेट’ जमा करने का निर्देश भी शामिल था।
राज्य सरकार ने 2018 में दुर्गा पूजा समितियों को अनुदान देना शुरू किया था। शुरुआत में प्रत्येक समिति को 10 हजार रुपये दिए जाते थे। इसके बाद यह राशि हर साल बढ़ती गई और इस वर्ष एक लाख रुपये से भी अधिक हो गई।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस वर्ष प्रत्येक दुर्गा पूजा समिति को एक लाख 10 हजार रुपये का अनुदान देने की घोषणा की है। इसके साथ ही बिजली बिल में 80 प्रतिशत छूट और फायर लाइसेंस सहित कई अनुमतियों की फीस माफ कर दी गई है।————————-
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
You may also like
पंडित नेहरू की सबसे बड़ी भूलों में से एक थी 1960 की सिंधु जल संधि : जेपी नड्डा
VIDEO: विकेट का जश्न बन गया मज़ेदार हादसा! इस गेदबाज का कोहनी वाला सेलिब्रेशन सीधे लगा Ayush Badoni को
सोहा अली खान लेकर आ रही हैं अपना पॉडकास्ट 'ऑल अबाउट हर', उठाएंगी महिलाओं के मुद्दे
ईसीआई का अर्थ है 'भारत के नागरिकों का नाम मिटाना': भाकपा सांसद पी. संदोश कुमार
पुंछ के डिप्टी कमिश्नर ने बाढ़ संभावित क्षेत्रों का दौरा कर जमीनी हालात का किया आकलन