इस्लामाबाद, 31 जुलाई (Udaipur Kiran) । पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में आजादी की लड़ाई में शामिल सशस्त्र समूहों के समन्वयक संगठन ‘बलूच राजी आजोई संगर’ (बीआरएएस) ने जमुरान क्षेत्र में पाकिस्तान के सैन्य बलों और उनको रसद सामग्री की आपूर्ति करने वाले वाहनों पर हमला करने का दावा किया है। बीआरएएस के प्रवक्ता बलूच खान ने स्वीकार किया कि यह हमला उसके लड़ाकों ने किया। लड़ाकों ने सुरक्षा बल के कई जवानों को ढेर कर दिया।
द बलूचिस्तान पोस्ट के अनुसार, बीआरएएस के प्रवक्ता बलूच खान ने 30 जुलाई को जारी बयान में यह दावा किया है। प्रवक्ता खान ने कहा कि 28 जुलाई की रात संगठन के लड़ाकों ने जमुरान के नवानो के पास पाकिस्तान सेना के लिए रसद सामग्री ले जा रहे वाहनों को रोककर उनमें आग लगा दी और चेतावनी देने के बाद ड्राइवरों को छोड़ दिया।
बयान में कहा गया कि बीआरएएस के लड़ाके रातभर इलाके में जमे रहे और 29 जुलाई को दूसरा हमला किया। पाकिस्तान सेना के वाहनों और मोटरसाइकिलों के काफिले पर कथित तौर पर रिमोट-नियंत्रित इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस का इस्तेमाल कर हमला किया गया। इसके बाद स्वचालित हथियारों से गोलीबारी की। बीआरएएस ने दावा किया कि हमले में पांच सैन्यकर्मी मारे गए और कई अन्य घायल हो गए।
बीआरएएस ने जमुरान के कुछ स्थानीय निवासियों पर सेना की मदद करने का आरोप लगाया है। समूह ने चेतावनी दी है कि लोग ऐसा न करें, वरना उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। इस दौरान होने वाले जान-माल के नुकसान की जिम्मेदारी उन्हीं लोगों की होगी। बीआरएएस ने बयान में बलूचिस्तान की मुक्ति तक पाकिस्तान की सेना और उसके सहयोगियों के खिलाफ सशस्त्र प्रतिरोध जारी रखने की प्रतिबद्धता दोहराई है।
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(Udaipur Kiran) / मुकुंद
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