जम्मू, 18 मई . जम्मू-कश्मीर जाट सभा के एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने अध्यक्ष मनजीत सिंह और वरिष्ठ उपाध्यक्ष तरनजीत सिंह टोनी के नेतृत्व में आज सीमावर्ती क्षेत्रों में मौजूदा स्थिति का जायजा लेने और स्थानीय निवासियों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए सुचेतगढ़ के जीरो लाइन गांवों का दौरा किया, जिनमें से कई जाट समुदाय से संबंधित हैं. उनके साथ जम्मू जिला अध्यक्ष द्वारका चौधरी, युवा जाट सभा के नेता मंदीप चौधरी, तवलीन बोपाराय, शाम लाल चौधरी, विजय चौधरी, बलदेव सिंह और सोनू चौधरी भी थे.
प्रतिनिधिमंडल ने अरनिया निवासी राम लाल के शोक संतप्त परिवार से भी मुलाकात की, जिन्होंने भारत-पाक संघर्ष में सीमा पार से गोलाबारी के दौरान दुखद रूप से अपनी जान गंवा दी थी. शोक संवेदना व्यक्त करते हुए, सभा के सदस्यों ने सीमा पर लगातार भय और अनिश्चितता में रहने वाले समुदाय के सदस्यों के प्रति अपना अटूट समर्थन दोहराया. मीडिया से बात करते हुए मंजीत सिंह और टोनी ने इस बात पर जोर दिया कि, सीमा पर रहने वाले लोगों, खासकर जाट समुदाय के लोगों ने बेमिसाल साहस और तन्यकता दिखाई है.
यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम उनके साथ सिर्फ शब्दों में ही नहीं, बल्कि ठोस कार्रवाई के जरिए खड़े हों. जाट सभा के नेताओं ने संयुक्त रूप से मांग की कि आपातकालीन स्थितियों के दौरान सुरक्षा और व्यावहारिकता का हवाला देते हुए सामुदायिक बंकरों के बजाय प्रत्येक घर के लिए अलग-अलग बंकर बनाए जाएं. टोनी ने कहा, इन बंकरों में शौचालय और छोटी रसोई जैसी बुनियादी सुविधाएं होनी चाहिए. गोलाबारी के दौरान, बाहर कदम रखना जानलेवा हो सकता है.
नेताओं ने मौजूदा बंकरों के डिजाइन में गंभीर खामियों की ओर भी इशारा किया, खासकर सीढ़ियों के खुले होने की ओर, और तत्काल सुधार की मांग की. उन्होंने जोर दिया कि खाई-सह-बंध से परे स्थित सभी गांवों को व्यक्तिगत बंकर निर्माण के लिए प्राथमिकता दी जानी चाहिए.
/ राहुल शर्मा
You may also like
पटना में देह व्यापार रैकेट का भंडाफोड़, लड़कियों का रेस्क्यू
नूंह में सेक्सटॉर्शन गिरोह का भंडाफोड़, एक आरोपी गिरफ्तार
Aaj Ka Panchang, 19 May 2025 : आज ज्येष्ठ कृष्ण षष्ठी तिथि, जानें शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय कब से कब तक
कन्नूर में चमत्कारी वापसी: मृत घोषित व्यक्ति की अद्भुत कहानी
बाल कटवाने के लिए शुभ दिन: प्रेमानंद महाराज की सलाह