जोधपुर, 30 अपै्रल . महिलाओं और बालिकाओं के लिए विशेष रूप से काम कर ही कमिश्नरेट की कालिका टीम ने बुधवार को एक महिला को जान देने से बचा लिया. महिला रेलवे ट्रैक पर अपनी जान देने आई थी. जब कालिका टीम को इसका पता हुआ तो वह तत्काल जीवनदायिनी बन कर पहुंच गई. महिला को ना सिर्फ बचाया बल्कि उसे समझाइश कर शांत भी करवाया. बाद महिला की काउंसलिंग करके परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया.
कालिका टीम प्रभारी एडिशनल डीसीपी सुनील पंवार ने बताया कि आज सुबह पुलिस मित्र प्रेमसिंह के जरिए कालिका टीम की मेंबर अनुपम को सूचना मिली थी कि ट्रांसपोर्ट नगर के आसपास रेलवे पटरियों के सामने एक महिला सुसाइड के इरादे से रेलवे पटरियों पर बैठी है. महिला ट्रेन आने का इंतजार कर रही थी. उन्होंने बताया कि अनुपम की जगह सुबह की पारी में माया और ज्योति ड्यूटी पर थी. अनुपम ने माया को सूचना दी तो दोनों तुरंत मौके पर पहुंचीं और महिला को बचाया. महिला की काउंसलिंग की गई. महिला ने गृह क्लेश के चलते यह कदम उठाया. महिला के साथ परिजनों ने हाथापाई की थी जिससे उसे कुछ चोटें भी आई थी जिनका इलाज करवाकर बासनी पुलिस थाना लाया गया. परिजनों को बासनी पुलिस ने पाबंद किया और फिर से काउंसलिंग करके परिजनों को सुपुर्द किया गया.
बाल-बाल बची जान
महिला को बचाने वाली कालिका टीम में शामिल रहीं माया ने बताया कि फोन पर सूचना मिलने के बाद हम मौके पर पहुंचे तो सामने ही ट्रेन नजर आ रही थी फिर हमने तुरंत वहां से हटाया. फिर महिला को बासनी थाने लेकर गए. परिजनों को वहां बुलाकर पाबंद करके महिला को परिजनों को सुपुर्द कर दिया.
/ सतीश
You may also like
सौतेली मां ने तोड़ा भरोसा, पति के सामने 15 साल के बेटे के साथ संबंध बनाते पकड़ी गई
WATCH: चेपॉक में चहल का कहर, हैट्रिक के साथ रचा इतिहास और दिखाया अपना ट्रेडमार्क पोज़
बॉलीवुड की वो अश्लील फिल्में जो हुईं बैन, आज भी लोग चोरी-छिपे देखते हैं ये फिल्म 〥
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने निभाई अभिभावक की भूमिका, किया कन्यादान और पखारे दुल्हन के पांव
चार धाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह, एक दिन में 5177 यात्रियों का पंजीकरण