समय के साथ पति-पत्नी के रिश्ते और भी मज़बूत होते जाते हैं। हालाँकि, आजकल ज़्यादातर जोड़े अपने वैवाहिक जीवन से नाखुश हैं। पति-पत्नी के बीच बढ़ते झगड़े और तनाव का कारण सिर्फ़ विचारों में मतभेद ही नहीं, बल्कि घर में मौजूद वास्तु दोष भी हो सकते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर बेडरूम सही दिशा और ऊर्जा संतुलन में न बना हो, तो यह वैवाहिक जीवन की खुशियों पर असर डालता है। आइए जानें कि कौन सी वास्तु संबंधी गलतियाँ पति-पत्नी के रिश्ते में कलह बढ़ा सकती हैं और उन्हें दूर करने के क्या उपाय हैं।
छोटे-छोटे वास्तु नियम रिश्तों को मज़बूत करेंगे
वास्तु शास्त्र सिर्फ़ घर की दिशा ही नहीं बताता, बल्कि रिश्तों में संतुलन और ऊर्जा प्रवाह बनाए रखने का भी ज़रिया है। अगर आप अपने वैवाहिक जीवन में मधुरता और शांति चाहते हैं, तो बेडरूम के लिए इन आसान वास्तु नियमों का पालन ज़रूर करें। इससे प्यार, सम्मान, समझ बढ़ेगी और जीवन में खुशियाँ बनी रहेंगी। आइए इन उपायों के बारे में जानें।
बेडरूम के वास्तु दोष तनाव का कारण बनते हैं
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की हर दिशा किसी न किसी ग्रह से जुड़ी होती है। शयनकक्ष शुक्र का कारक माना जाता है, जो प्रेम, आकर्षण और सामंजस्य का कारक है। यदि शयनकक्ष गलत दिशा में बना हो या उसमें वास्तु दोष हो, तो वैवाहिक जीवन में दूरियाँ, कलह और तनाव बढ़ सकता है। ऐसे में शांति बनाए रखने के लिए कमरे की दिशा और सजावट दोनों का ध्यान रखना ज़रूरी है।
विवाहित जोड़ों का शयनकक्ष शुभ दिशा में होना चाहिए
नवविवाहित जोड़े का शयनकक्ष हमेशा दक्षिण-पश्चिम दिशा में शुभ माना जाता है, जो स्थिरता और प्रेम का प्रतीक है। वहीं, उत्तर-पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा में शयनकक्ष रिश्तों में तनाव और कलह बढ़ा सकते हैं। इसलिए, इन दिशाओं से बचना चाहिए।
शयनकक्ष के रंगों का चुनाव सोच-समझकर करें
शयनकक्ष की दीवारों और पर्दों के रंग भी रिश्तों को प्रभावित करते हैं। हल्का गुलाबी, क्रीम या हल्का पीला रंग शुभ माना जाता है। बहुत गहरे या नीले रंगों से बचना चाहिए क्योंकि ये मन में नकारात्मकता और उदासी ला सकते हैं।
कमरे की सजावट सकारात्मक ऊर्जा पैदा करती है
वास्तु के अनुसार, विवाहित जोड़े का बिस्तर लकड़ी का होना चाहिए। लोहे या स्टील के बिस्तर नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं। इसके अलावा, डबल बेड पर दो अलग-अलग गद्दे नहीं होने चाहिए। एक ही गद्दे का इस्तेमाल रिश्तों में एकता और सामंजस्य बनाए रखता है।
तस्वीरें और फोटो भी मन को प्रभावित करती हैं
युद्ध, हिंसा या उदासी वाली तस्वीरें कभी भी बेडरूम में नहीं लगानी चाहिए। ये मनोवैज्ञानिक रूप से नकारात्मक ऊर्जा पैदा करती हैं। इसके बजाय, प्रेम, शांति और खुशी वाली तस्वीरें लगाएँ। दक्षिण दिशा की दीवार पर पति-पत्नी की मुस्कुराती हुई तस्वीर लगाना शुभ माना जाता है।
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