इंटरनेट डेस्क। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने सोमवार को कहा कि भारत में रिपोर्ट किए जा रहे कोविड-19 वेरिएंट में केवल हल्के रोग लक्षण दिखाई देते हैं। साथ ही कहा कि चार ओमिक्रॉन सबवेरिएंट - एलएफ.7, एक्सएफजी, जेएन.1 और एनबी. 1.8.1 पाए गए हैं। ICMR ने बीमारियों से जूझ रहे व्यक्तियों और कम प्रतिरक्षा वाले लोगों से सतर्क रहने का आग्रह किया, तथा जनता से भी घबराने की अपील नहीं की।
मामलों में वृद्धि के पीछे के कारणों के लिए निगरानीICMR के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने LF.7 और NB.1.8 सबवेरिएंट को निगरानी में रखे गए वेरिएंट के रूप में वर्गीकृत किया है, न कि चिंता या रुचि के वेरिएंट के रूप में। मामलों में वृद्धि के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए निगरानी चल रही है, और सरकार आवश्यक तैयारी कर रही है। हमें जो चार वेरिएंट मिले हैं, वे ओमीक्रॉन के सबवेरिएंट हैं --- LF.7, XFG, JN.1 और NB. 1.8.1। लेकिन आगे की जानकारी के लिए और नमूनों की जाँच की जा रही है।
सरकार सतर्क है और आवश्यक तैयारियाों पर है जोर...ICMR के महानिदेशक ने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि भारत में बीमारी का प्रकोप नियंत्रण में है और सरकार सतर्क है और आवश्यक तैयारियां कर रही है। टीकों की आवश्यकता के बारे में बोलते हुए, डॉ. बहल ने कहा कि सरकार ने नए टीके बनाने के लिए प्लेटफ़ॉर्म विकसित किए हैं। यदि भविष्य में कोई नया वैरिएंट सामने आता है, तो सरकार के पास दो विकल्प हैं। मौजूदा टीकों की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करें और नए वैरिएंट को लक्षित करके एक नया टीका विकसित करें।
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