प्रमोशन से किया वादा टूटने पर महिला ने खरीदी अपनी ही कंपनी, बॉस को दिखाया बाहर का रास्ता
कहते हैं कि मेहनत और लगन से बड़ा कोई हथियार नहीं होता। अगर किसी के साथ अन्याय हो और वह हार मानने के बजाय आगे बढ़े, तो वह इतिहास रच सकता है। कुछ ऐसा ही हुआ अमेरिका की बिजनेसवुमन जूलिया स्टीवर्ट के साथ। एक समय उन्हें उनकी कंपनी ने सीईओ बनाने का वादा किया था, लेकिन जब समय आया तो बॉस ने उन्हें धोखा दे दिया। जूलिया ने इस अपमान को अपनी ताकत बनाया और सालों बाद उसी कंपनी की मालिक बनकर अपने बॉस को बाहर का रास्ता दिखाया।
कैसे टूटा वादा?
जूलिया स्टीवर्ट, जो कभी Applebee’s कंपनी की प्रेसिडेंट थीं, से उनके बॉस ने वादा किया था कि अगर वे कंपनी को मुनाफे में ला देंगी, तो उन्हें सीईओ बना दिया जाएगा। जूलिया ने चुनौती स्वीकार की और एक टीम बनाकर कड़ी मेहनत शुरू कर दी। नतीजा यह हुआ कि तीन साल के भीतर Applebee’s घाटे से निकलकर भारी मुनाफे वाली कंपनी बन गई।
लेकिन जब जूलिया को उनका हक मिलना चाहिए था, उस वक्त बॉस ने वादाखिलाफी की। न सिर्फ प्रमोशन देने से इनकार किया गया, बल्कि जब उन्होंने इसकी वजह पूछी, तो कोई स्पष्ट जवाब भी नहीं दिया। यह धोखा उनके लिए बेहद निराशाजनक था।
इस्तीफा और नई शुरुआत
इस घटना से आहत होकर जूलिया ने Applebee’s छोड़ने का फैसला लिया। बाद में उन्होंने इंटरनेशनल हाउस ऑफ पैनकेक (IHOP) से जुड़कर काम करना शुरू किया। वहां भी उन्होंने अपनी काबिलियत साबित की और सिर्फ पांच साल में कंपनी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया।
उनकी मेहनत और दूरदर्शिता ने IHOP को इतना मजबूत बना दिया कि उसके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स नई कंपनियां खरीदने की योजना बनाने लगे।
पलटा खेल – जब खरीदी अपनी पुरानी कंपनी
जब खरीदारी की चर्चा हुई, तो जूलिया ने एक बड़ा सुझाव रखा—उन्होंने IHOP को सलाह दी कि उनकी पुरानी कंपनी Applebee’s को ही खरीद लिया जाए। बोर्ड ने उनकी बात मानी और आखिरकार 2.3 बिलियन डॉलर (करीब 20,243 करोड़ रुपये) में Applebee’s का अधिग्रहण कर लिया गया।
इस डील के बाद जूलिया न केवल IHOP बल्कि Applebee’s की भी मालिक बन गईं। यानी, वही कंपनी जिसने कभी उन्हें धोखा दिया था, अब उनकी ही हो गई।
बॉस को दिखाया दरवाजा
जूलिया ने जब Applebee’s की कमान संभाली, तो सबसे पहले उस सीईओ को पद से हटा दिया, जिसने कभी उनसे झूठा वादा किया था। उन्होंने यह पूरा किस्सा हाल ही में एक पॉडकास्ट में साझा किया। कहानी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है और लोग इसे “कमबैक स्टोरी” कहकर सराह रहे हैं।
सीख क्या मिलती है इस कहानी से?
जूलिया स्टीवर्ट की यह यात्रा बताती है कि जीवन में हार मानना विकल्प नहीं है। अगर आपको कभी धोखा मिले या मेहनत का सही फल न मिले, तो निराश होने के बजाय और मजबूती से आगे बढ़ना चाहिए। जूलिया ने अपने अपमान को बदले की आग में नहीं बदला, बल्कि उसे अपने करियर की ऊर्जा बना लिया।
आज वे उन चुनिंदा महिलाओं में शामिल हैं जिन्होंने न सिर्फ कॉर्पोरेट दुनिया में बड़ा मुकाम हासिल किया, बल्कि दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनीं।
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