इंटरनेट डेस्क। राजस्थान के जैसलमेर से जोधपुर आ रही एक प्राइवेट स्लीपर बस में भीषण आग से 20 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई। इस हादसे में 16 लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं जिनका उपचार जारी है। बताया जा रहा हैं कि यह भयावह दुर्घटना जैसलमेर जिले में हुई है। इस हादसे की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मृतकों के शव इस कदर जल चुके हैं कि उनकी पहचान अब केवल डीएनए जांच के जरिए ही संभव है।
जोधपुर लाए गए 19 शव
मीडिया रिपोटर्स की माने तो बुधवार सुबह तक, अग्निकांड में मारे गए 19 लोगों के शवों को डीएनए सैंपलिंग के लिए जोधपुर लाया गया है, इन शवों को सीमा सुरक्षा बल के वाहनों से लाया गया और उन्हें जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की मोर्चरी में पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में रखवाया गया है।
हादसे का पता लगते ही पहुंचे सीएम
उधर, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत देर शाम विशेष विमान से जैसलमेर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया। सीएम और मंत्री जोधपुर भी गए, जहां उन्होंने अस्पताल पहुंचकर घायलों के उपचार की जानकारी ली। घटना पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रतिपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने भी दुख जताया है। वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जैसलमेर बस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं प्रभावित लोगों और उनके परिवारों के साथ हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री राहत कोष से प्रत्येक मृतक के निकटतम रिश्तेदार को दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
pc- punjabkesari.in,
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