भारत के ये 5 रेल रूट्स कराते हैं ‘जन्नत’ का अहसास, हर घुमक्कड़ को एक बार जरूर करने चाहिए ये सफर
अगर आप ट्रेनों के सफर में नज़ारों का आनंद लेना पसंद करते हैं, तो भारत के ये चुनिंदा रेल रूट्स आपके लिए किसी जन्नत से कम नहीं हैं। ये रेल यात्राएं न सिर्फ सस्ती हैं बल्कि जीवनभर याद रहने वाला अनुभव भी देती हैं।
1. दार्जिलिंग टॉय ट्रेन – एक सिनेमा सरीखा सफरदार्जिलिंग हिमालयन रेलवे, जो यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स में शुमार है, अपने पुराने स्टीम इंजन और नैरो-गेज ट्रैक के साथ अनोखा अनुभव देता है। चाय बागानों, पहाड़ियों और छोटे गाँवों से गुजरती यह ट्रेन मानो किसी पुरानी रोमांटिक फिल्म का हिस्सा हो। यहां का हर मोड़, हर पुल और हर टनल आपको समय में पीछे ले जाता है।
2. कश्मीर रेल जर्नी – बर्फीली वादियों में जन्नत का अहसासबनिहाल से बारामूला के बीच चलने वाली ट्रेन वादियों में बसी ‘धरती का स्वर्ग’ कहे जाने वाले कश्मीर का ऐसा नज़ारा दिखाती है जो हमेशा के लिए दिल में बस जाए। खासतौर पर बर्फबारी के मौसम में ये सफर स्विट्जरलैंड जैसा लगता है – फर्क सिर्फ इतना कि यहां टिकट भी जेब पर भारी नहीं पड़ता।
3. कोंकण रेलवे – पश्चिमी घाटों की हरी चादर में लिपटा रोमांचकोंकण रेलवे का सफर आपको पश्चिमी घाटों के घने जंगलों, झरनों और नदियों के साथ चलाता है। खासकर मानसून के दौरान ये रूट किसी परी कथा की दुनिया जैसा लगता है। अगर आप प्रकृति से प्यार करते हैं, तो ये रेल यात्रा आपके लिए मेडिटेशन की तरह होगी।
4. नीलगिरी माउंटेन रेलवे – पुराने दौर की एक यात्राटॉय ट्रेन से नीलगिरी की पहाड़ियों की चढ़ाई करते हुए जब ट्रेन चाय बागानों, सुरंगों और पहाड़ी ढलानों से गुजरती है, तो हर पल एक मूवी सीन जैसा लगता है। यूनेस्को द्वारा मान्यता प्राप्त इस सफर में हर मोड़ एक रोमांच है और हर दृश्य एक तस्वीर।
5. नया पंबन ब्रिज – समंदर पर रेल यात्रा का रोमांचअगर आप समंदर की लहरों को ट्रेन की खिड़की से देखना चाहते हैं तो रामेश्वरम की ओर रुख करें। हाल ही में शुरू हुआ नया पंबन ब्रिज ट्रेन से समुद्र के ऊपर ट्रैवल का बेहतरीन अनुभव देता है। चेन्नई और मदुरई से आपको डायरेक्ट ट्रेन मिलती है, जो इस अद्भुत दृश्य की सवारी कराती है।
The post first appeared on .
You may also like
अमित अग्रवाल को मिली डॉक्टरेट की उपाधि
पोप फ्रांसिस के निधन पर प्रदेश कांग्रेस ने जताया शोक
वाराणसी: सब्जियों पर शोध में निजी क्षेत्र की भागीदारी होगी, भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान में हुई चर्चा
29 वर्ष पूर्व मुरादाबाद में रेलवे लाइन पर बना क्षतिग्रस्त कपूर कंपनी पुल टूटना शुरू
अयोध्या: अमानीगंज पहुंची चौरासी कोसी परिक्रमा