पटना: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने वैशाली पुलिस के साथ मिलकर एक वकील संदीप कुमार सिन्हा, जिन्हें छोटू भी कहा जाता है, के घर पर दूसरी बार छापा मारा। यह घर वैशाली के टाउन पुलिस स्टेशन इलाके में एसDO रोड पर है। यह कार्रवाई पहले मुजफ्फरपुर में मिले AK-47 राइफल से जुड़ी है।
यह तलाशी सुबह करीब 9 बजे शुरू हुई और लगभग चार घंटे तक चली। इस दौरान NIA के अधिकारी घर के अंदर हर कोने की तलाशी लेते रहे और घर के लोगों को बाहर आने-जाने से रोका गया। तलाशी के दौरान, NIA की टीम ने एक पिस्टल, दो मैगजीन, 18 जिंदा कारतूस, 4 लाख रुपये नकद और एक लाइसेंसी बंदूक बरामद की। NIA ने अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन स्थानीय पुलिस ने जब्त की गई चीजों की जानकारी की पुष्टि की है।
टाउन पुलिस स्टेशन के SHO सिकंदर कुमार ने बताया कि बरामद की गई चीजों को आगे की जांच के लिए ले जाया गया है। उन्होंने इस छापे को 2024 में हुई AK-47 राइफल की बरामदगी से जोड़ा है। उस समय, हाजीपुर के सत्यम कुमार और पोखरा गांव, जैतपुर पुलिस स्टेशन के विकास कुमार नाम के दो चचेरे भाइयों के पास से एक AK-47 राइफल का बट और स्कोप, एक मैगजीन, पांच जिंदा कारतूस और तीन मोबाइल फोन मिले थे। ऐसा कहा जा रहा है कि इन दोनों ने यह हथियार नगालैंड से खरीदा था और बिहार में बेचने के लिए लाए थे। इस पैसे से वे जमीन खरीदने की योजना बना रहे थे।
SHO ने यह भी बताया कि दिसंबर 2023 में भी संदीप सिन्हा के घर पर छापा मारा गया था। लेकिन, दोनों बार वे घर पर नहीं मिले। यह पूरी जांच 7 मई 2024 को शुरू हुई थी, जब मुजफ्फरपुर रेलवे पुलिस ने इन दोनों चचेरे भाइयों को AK-47 राइफल के बट और स्कोप के साथ गिरफ्तार किया था। सूत्रों का कहना है कि संदीप सिन्हा का इस हथियारों के धंधे से जुड़े प्रॉपर्टी के लेन-देन में हाथ था।
आगे की जांच में पता चला कि विकास ने यह राइफल गोपालगंज के एक हथियार डीलर अहमद अंसारी से खरीदी थी। अहमद अंसारी को 10 मई 2023 को नगालैंड के दीमापुर में गिरफ्तार किया गया था।
यह तलाशी सुबह करीब 9 बजे शुरू हुई और लगभग चार घंटे तक चली। इस दौरान NIA के अधिकारी घर के अंदर हर कोने की तलाशी लेते रहे और घर के लोगों को बाहर आने-जाने से रोका गया। तलाशी के दौरान, NIA की टीम ने एक पिस्टल, दो मैगजीन, 18 जिंदा कारतूस, 4 लाख रुपये नकद और एक लाइसेंसी बंदूक बरामद की। NIA ने अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन स्थानीय पुलिस ने जब्त की गई चीजों की जानकारी की पुष्टि की है।
टाउन पुलिस स्टेशन के SHO सिकंदर कुमार ने बताया कि बरामद की गई चीजों को आगे की जांच के लिए ले जाया गया है। उन्होंने इस छापे को 2024 में हुई AK-47 राइफल की बरामदगी से जोड़ा है। उस समय, हाजीपुर के सत्यम कुमार और पोखरा गांव, जैतपुर पुलिस स्टेशन के विकास कुमार नाम के दो चचेरे भाइयों के पास से एक AK-47 राइफल का बट और स्कोप, एक मैगजीन, पांच जिंदा कारतूस और तीन मोबाइल फोन मिले थे। ऐसा कहा जा रहा है कि इन दोनों ने यह हथियार नगालैंड से खरीदा था और बिहार में बेचने के लिए लाए थे। इस पैसे से वे जमीन खरीदने की योजना बना रहे थे।
SHO ने यह भी बताया कि दिसंबर 2023 में भी संदीप सिन्हा के घर पर छापा मारा गया था। लेकिन, दोनों बार वे घर पर नहीं मिले। यह पूरी जांच 7 मई 2024 को शुरू हुई थी, जब मुजफ्फरपुर रेलवे पुलिस ने इन दोनों चचेरे भाइयों को AK-47 राइफल के बट और स्कोप के साथ गिरफ्तार किया था। सूत्रों का कहना है कि संदीप सिन्हा का इस हथियारों के धंधे से जुड़े प्रॉपर्टी के लेन-देन में हाथ था।
आगे की जांच में पता चला कि विकास ने यह राइफल गोपालगंज के एक हथियार डीलर अहमद अंसारी से खरीदी थी। अहमद अंसारी को 10 मई 2023 को नगालैंड के दीमापुर में गिरफ्तार किया गया था।
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