नई दिल्ली: देश में सुरक्षा स्थिति को और मजबूत करने के लिए भारतीय सेना की सप्त शक्ति कमान 10 और 11 नवंबर को जयपुर सैन्य स्टेशन पर एक समग्र राष्ट्र दृष्टिकोण ( WoNA ) विषय पर दो दिवसीय सुरक्षा तालमेल संगोष्ठी का आयोजन करने जा रही है। इस सेमिनार में नई दिल्ली स्थित सेंटर फॉर लैंड वारफेयर स्टडीज ( CLAWS ) भी सहयोग करेगा।
राजस्थान के जन संपर्क अधिकारी (पीआरओ) के अनुसार, इस विचार की संकल्पना सप्त शक्ति कमान के सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह ने की थी। इस संगोष्ठी का उद्देश्य सशस्त्र बलों, नागरिक प्रशासन, उद्योग और शिक्षा जगत के बीच तालमेल को बढ़ावा देना है ताकि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक एकीकृत ढांचा विकसित किया जा सके।
इसमें चार विषयगत सत्र होंगे
रक्षा जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि इस कार्यक्रम में चार विषयगत सत्र होंगे, जिनमें WoNA की रणनीतिक अनिवार्यताएं, सहयोग के लिए साझेदारी, सूचना संचालन और भविष्य के संघर्षों से निपटने के लिए राज्य स्तरीय रूपरेखा पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जिसमें राजस्थान एक केस स्टडी के रूप में कार्य करेगा।
वरिष्ठ सैन्य अधिकारी भी लेंगे भाग
वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों, राजनयिकों, सिविल सेवकों और रणनीतिक विशेषज्ञों सहित प्रख्यात वक्ता उभरते खतरों और 'विकसित भारत 2047' और 'आत्मनिर्भरता' के साथ संरेखित नवीन रक्षा रणनीतियों पर विचार-विमर्श करेंगे।
इस संगोष्ठी का उद्देश्य बहुमूल्य अंतर्दृष्टि उत्पन्न करना तथा तेजी से जटिल और गतिशील वैश्विक परिवेश में सुरक्षा के प्रति सामूहिक राष्ट्रीय दृष्टिकोण को मजबूत करना है।
राजस्थान के जन संपर्क अधिकारी (पीआरओ) के अनुसार, इस विचार की संकल्पना सप्त शक्ति कमान के सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह ने की थी। इस संगोष्ठी का उद्देश्य सशस्त्र बलों, नागरिक प्रशासन, उद्योग और शिक्षा जगत के बीच तालमेल को बढ़ावा देना है ताकि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक एकीकृत ढांचा विकसित किया जा सके।
इसमें चार विषयगत सत्र होंगे
रक्षा जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि इस कार्यक्रम में चार विषयगत सत्र होंगे, जिनमें WoNA की रणनीतिक अनिवार्यताएं, सहयोग के लिए साझेदारी, सूचना संचालन और भविष्य के संघर्षों से निपटने के लिए राज्य स्तरीय रूपरेखा पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जिसमें राजस्थान एक केस स्टडी के रूप में कार्य करेगा।
वरिष्ठ सैन्य अधिकारी भी लेंगे भाग
वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों, राजनयिकों, सिविल सेवकों और रणनीतिक विशेषज्ञों सहित प्रख्यात वक्ता उभरते खतरों और 'विकसित भारत 2047' और 'आत्मनिर्भरता' के साथ संरेखित नवीन रक्षा रणनीतियों पर विचार-विमर्श करेंगे।
इस संगोष्ठी का उद्देश्य बहुमूल्य अंतर्दृष्टि उत्पन्न करना तथा तेजी से जटिल और गतिशील वैश्विक परिवेश में सुरक्षा के प्रति सामूहिक राष्ट्रीय दृष्टिकोण को मजबूत करना है।
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