नई दिल्ली: आभूषण विक्रेताओं और स्टॉकिस्टों की ताजा बिकवाली के कारण शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोने की कीमत 100 रुपये गिरकर 1,24,600 रुपये प्रति 10 ग्राम रही। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने यह जानकारी दी है। स्थानीय सर्राफा बाजार में 99.5% शुद्धता वाले सोने की कीमत गुरुवार के बंद भाव 1,24,100 रुपये से 100 रुपये गिरकर 1,24,000 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) रही।
वहीं 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना पिछले बाजार सत्र में 1,24,700 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। हालांकि, शुक्रवार को चांदी की कीमतें सभी करों सहित 1,53,300 रुपये प्रति किलोग्राम पर स्थिर रहीं। वैश्विक स्तर पर, हाजिर सोना 19.84 डॉलर यानी 0.5 प्रतिशत बढ़कर 3,996.93 डॉलर प्रति औंस हो गया, जबकि हाजिर चांदी 0.96 प्रतिशत बढ़कर 48.48 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही थी।
आगे कैसी रहेगी चाल?जिंस बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार, ‘शेयर बाजारों में संभावित एआई-संचालित तेजी के बुलबुले को लेकर बढ़ती चिंताओं और अमेरिकी सरकार में कामकाज लंबे समय तक ठप रहने की अनिश्चितता के बीच निवेशकों द्वारा सुरक्षित निवेश की तलाश के कारण शुक्रवार को सोने की कीमतों में तेजी आई।’ इस बीच, छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.08 प्रतिशत घटकर 99.65 रहा। इससे सोने की कीमतों को समर्थन मिला।
वित्तपोषण के संकट के कारण कई सरकारी विभागों में कामकाज 38 दिन से ठप (शटडाउन) है। इससे आर्थिक उत्पादन पर असर पड़ रहा है और प्रमुख वृहद आर्थिक आंकड़ों के जारी होने में देरी हो रही है। एक विशेषज्ञ ने कहा कि बाजार की अनिश्चितता, डॉलर की कमजोरी और लंबे समय तक ‘शटडाउन’ के चलते सोने में और तेजी की संभावना है।
वहीं 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना पिछले बाजार सत्र में 1,24,700 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। हालांकि, शुक्रवार को चांदी की कीमतें सभी करों सहित 1,53,300 रुपये प्रति किलोग्राम पर स्थिर रहीं। वैश्विक स्तर पर, हाजिर सोना 19.84 डॉलर यानी 0.5 प्रतिशत बढ़कर 3,996.93 डॉलर प्रति औंस हो गया, जबकि हाजिर चांदी 0.96 प्रतिशत बढ़कर 48.48 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही थी।
आगे कैसी रहेगी चाल?जिंस बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार, ‘शेयर बाजारों में संभावित एआई-संचालित तेजी के बुलबुले को लेकर बढ़ती चिंताओं और अमेरिकी सरकार में कामकाज लंबे समय तक ठप रहने की अनिश्चितता के बीच निवेशकों द्वारा सुरक्षित निवेश की तलाश के कारण शुक्रवार को सोने की कीमतों में तेजी आई।’ इस बीच, छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.08 प्रतिशत घटकर 99.65 रहा। इससे सोने की कीमतों को समर्थन मिला।
वित्तपोषण के संकट के कारण कई सरकारी विभागों में कामकाज 38 दिन से ठप (शटडाउन) है। इससे आर्थिक उत्पादन पर असर पड़ रहा है और प्रमुख वृहद आर्थिक आंकड़ों के जारी होने में देरी हो रही है। एक विशेषज्ञ ने कहा कि बाजार की अनिश्चितता, डॉलर की कमजोरी और लंबे समय तक ‘शटडाउन’ के चलते सोने में और तेजी की संभावना है।
You may also like

वंदे मातरम सिर्फ राष्ट्रीय गीत नहीं, बल्कि एक मंत्र है: मंत्री आशीष सूद

लॉस एंजिल्स ओलंपिक में पुरुष और महिला वर्ग में छह-छह टीमें हिस्सा लेंगी: आईसीसी

मोहन भागवत: दूसरों के प्रति करुणा मानवता का सबसे बड़ा गुण

पद्मश्री से सम्मानित वरिष्ठ नाटककार दया प्रकाश सिन्हा का निधन, हिंदी साहित्य और रंगमंच को बड़ा नुकसान

प्रलय वालेˈ दिन के लिए बनाई गई है ये तिजोरी अंदर छिपी है खास चीज भारत ने भी दिया अपना हिस्सा﹒




