गुड़गांव: कोऑपरेटिव बैंक के लॉकर से हुई लाखों रुपये की चोरी का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। पता चला है कि एक कैशियर बैंक से थोड़े-थोड़े पैसे चोरी करता रहा। जब किसी को इस बात की भनक नहीं लगी तो उसकी हिम्मत बढ़ गई। इसके बाद उसने प्लंबर के साथ मिलकर बैंक लॉकर से 14.82 लाख रुपये खुद चोरी कर लिए। इसके बाद सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर भी उठा ले गया। मामले में पुलिस ने कैशियर अमन और उसके साथी प्रवीण को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों रेवाड़ी के खलोटा गांव के रहने वाले हैं।
सीसीटीवी की डीवीआर ले गए थे
जानकारी के अनुसार, सोमवार सुबह कर्माचरियों ने बैंक खोला तो पता चला कि मुख्य दरवाजा और लॉकर खुला हुआ है। बैंक प्रबंधक ने बिलासपुर पुलिस को बताया कि कैशियर अमन ने 24 अक्तूबर को शाम को 14.82 लाख रुपये लॉकर में रखकर ताला लगाया था। सुबह पैसे गायब थे और डीवीआर भी चोरी हो चुकी थी। बिलासपुर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। क्राइम ब्रांच सेक्टर-10 पुलिस ने भी मोर्च संभाला। डॉग स्कवॉड और क्राइम सीन टीम को भी बुलाया गया। पुलिस को शक हुआ कि इसमें अमन का हाथ है। उससे पूछताछ की गई तो उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। उसकी निशानदेही पर प्रवीण को भी गिरफ्तार कर लिया गया। जांच में पता चला है कि अमन बैंक में 2011 से नौकरी कर रहा है। वह मई से राठीवास ब्रांच में कैशियर है। लॉकर की चाबियां उसके पास रहती थीं। पैसे देखकर उसे लालच आया और उसने चोरी की साजिश रची।
चाबियां भी बारमद
पता चला कि कैशियर 17 अक्तूबर से थोड़े-थोड़े रुपये निकाल रहा था। इसके बाद प्लंबर और इलेक्ट्रिशन प्रवीण के साथ मिलकर वारदात की। 26 अक्तूबर की रात को दोनों ने लॉकर खोलकर पैसे और डीवीआर चुरा ली। आरोपियों से 3.62 लाख रुपये और लॉकर की तीनों चाबियां बरामद कर ली गई हैं।
सीसीटीवी की डीवीआर ले गए थे
जानकारी के अनुसार, सोमवार सुबह कर्माचरियों ने बैंक खोला तो पता चला कि मुख्य दरवाजा और लॉकर खुला हुआ है। बैंक प्रबंधक ने बिलासपुर पुलिस को बताया कि कैशियर अमन ने 24 अक्तूबर को शाम को 14.82 लाख रुपये लॉकर में रखकर ताला लगाया था। सुबह पैसे गायब थे और डीवीआर भी चोरी हो चुकी थी। बिलासपुर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। क्राइम ब्रांच सेक्टर-10 पुलिस ने भी मोर्च संभाला। डॉग स्कवॉड और क्राइम सीन टीम को भी बुलाया गया। पुलिस को शक हुआ कि इसमें अमन का हाथ है। उससे पूछताछ की गई तो उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। उसकी निशानदेही पर प्रवीण को भी गिरफ्तार कर लिया गया। जांच में पता चला है कि अमन बैंक में 2011 से नौकरी कर रहा है। वह मई से राठीवास ब्रांच में कैशियर है। लॉकर की चाबियां उसके पास रहती थीं। पैसे देखकर उसे लालच आया और उसने चोरी की साजिश रची।
चाबियां भी बारमद
पता चला कि कैशियर 17 अक्तूबर से थोड़े-थोड़े रुपये निकाल रहा था। इसके बाद प्लंबर और इलेक्ट्रिशन प्रवीण के साथ मिलकर वारदात की। 26 अक्तूबर की रात को दोनों ने लॉकर खोलकर पैसे और डीवीआर चुरा ली। आरोपियों से 3.62 लाख रुपये और लॉकर की तीनों चाबियां बरामद कर ली गई हैं।
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