नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के स्ट्रीट डॉग्स को लेकर दिए गए आदेश के बाद बड़ा सवाल यह है कि एमसीडी इस आदेश पर अमल कैसे करेगी? क्योंकि एमसीडी ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर द्वारका में एकमात्र डॉग सेंटर बनाने के लिए जगह तो ढूंढ ली थी, लेकिन अभी तक सेंटर बनाने का काम शुरू ही नहीं हो पाया है।
कुत्तों को कहां रखा जाए
ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि भीड़भाड वाली जगहों से डॉग्स को उठाने के बाद उन्हें कहां रखा जाएगा। सूत्रों ने बताया कि पशु विभाग ने करीब एक महीने पहले इंजीनियरिंग विभाग को डॉग सेंटर बनाने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू करने के लिए लेटर लिखा था, लेकिन अभी तक इंजीनियरिंग विभाग ने उस पर कोई ऐक्शन नहीं लिया है।
पशु विभाग ने संस्थानों से की अपील
पशु विभाग के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अमल करने के लिए एक जनरल सर्कुलर जारी कर सभी संस्थानों से यह अपील की जाएगी कि उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी संस्थान के अंदर डॉग फीडिंग पॉइंट नहीं होना चाहिए। अगर कोई संस्थान इसमें लापरवाही करता है और इस दौरान वहां डॉग किसी को काट लेता है, तो इसकी जिम्मेदारी संबंधित संस्थान के इंचार्ज की होगी।
प्रक्रिया शुरू करने के लिए लिखा जा चुका लेटर
अधिकारी ने बताया कि ऐसी सभी जगहों पर स्पेशल बोर्ड लगाए जाएंगे। अधिकारी ने बताया कि द्वारका में डॉग सेंटर बनाने के लिए इंजीनियरिंग विभाग को टेंडर प्रक्रिया शुरू करने के लिए लेटर लिखा जा चुका है। इस दौरान जब तक सेंटर नहीं बन जाता, तब तक ऐसी सभी भीड़भाड़ वाली जगहों से कुत्तों को पकड़ने के बाद उन्हें एबीसी सेंटर्स में रखा जाएगा। अधिकारी ने यह भी बताया कि अभी तक 292 डॉग्स फीडिंग पॉइंट्स बनाए जा चुके हैं। वहीं, सेंट्रल जोन में 4 और वेस्ट जोन में 10 बोर्ड भी लगाए जा चुके हैं।
कुत्तों को कहां रखा जाए
ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि भीड़भाड वाली जगहों से डॉग्स को उठाने के बाद उन्हें कहां रखा जाएगा। सूत्रों ने बताया कि पशु विभाग ने करीब एक महीने पहले इंजीनियरिंग विभाग को डॉग सेंटर बनाने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू करने के लिए लेटर लिखा था, लेकिन अभी तक इंजीनियरिंग विभाग ने उस पर कोई ऐक्शन नहीं लिया है।
पशु विभाग ने संस्थानों से की अपील
पशु विभाग के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अमल करने के लिए एक जनरल सर्कुलर जारी कर सभी संस्थानों से यह अपील की जाएगी कि उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी संस्थान के अंदर डॉग फीडिंग पॉइंट नहीं होना चाहिए। अगर कोई संस्थान इसमें लापरवाही करता है और इस दौरान वहां डॉग किसी को काट लेता है, तो इसकी जिम्मेदारी संबंधित संस्थान के इंचार्ज की होगी।
प्रक्रिया शुरू करने के लिए लिखा जा चुका लेटर
अधिकारी ने बताया कि ऐसी सभी जगहों पर स्पेशल बोर्ड लगाए जाएंगे। अधिकारी ने बताया कि द्वारका में डॉग सेंटर बनाने के लिए इंजीनियरिंग विभाग को टेंडर प्रक्रिया शुरू करने के लिए लेटर लिखा जा चुका है। इस दौरान जब तक सेंटर नहीं बन जाता, तब तक ऐसी सभी भीड़भाड़ वाली जगहों से कुत्तों को पकड़ने के बाद उन्हें एबीसी सेंटर्स में रखा जाएगा। अधिकारी ने यह भी बताया कि अभी तक 292 डॉग्स फीडिंग पॉइंट्स बनाए जा चुके हैं। वहीं, सेंट्रल जोन में 4 और वेस्ट जोन में 10 बोर्ड भी लगाए जा चुके हैं।
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