कोलकाता: पश्चिम बंगाल में दो महिलाओं के बीच प्रेम की एक अनोखी कहानी देखने को मिली है। सुंदरबन के एक दूरदराज इलाके में दो महिलाओं रिया सरदार और राखी नस्कर के बीच प्यार ने सामाजिक बंधनों को तोड़ दिया। दोनों ने एक-दूसरे से शादी कर ली और सच्चे प्यार में विश्वास रखने वालों के लिए एक मिसाल कायम की। यह शादी मंगलवार को एक स्थानीय मंदिर में हुई। जहां दोनों ने मालाएं बदलीं और एक नए जीवन की शुरुआत की।
कौन हैं रिया और राखी?
रिया सरदार मंदिरबाजार और राखी नस्कर बकुलतला की रहने वाली हैं। रिया और राखी दोनों ही पेशेवर डांसर हैं। रिया ने कम उम्र में ही अपने माता-पिता को खो दिया था और उनका पालन-पोषण उनके चाचा-चाची ने किया। इस बीच राखी अपने परिवार के साथ पली-बढ़ी। रिया और राखी की मुलाकात लगभग दो साल पहले हुई थी और फोन पर हुई दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई।
परिवार ने रिश्ते पर क्या कहा?
जब रिया ने अपने परिवार को राखी के साथ अपने रिश्ते के बारे में बताया, तो उन्होंने इसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया। कोई विकल्प न होने पर रिया अपना घर छोड़कर राखी के साथ रहने लगी। राखी का परिवार उनके साथ मजबूती से खड़ा था। पड़ोसियों से बातचीत के बाद मंगलवार को एक स्थानीय मंदिर में शादी का आयोजन किया गया। दोनों युवतियों ने एक-दूसरे को माला पहनाई और साथ मिलकर जीवन का एक नया अध्याय शुरू किया।
रिया ने क्या कहा?
शादी के बाद रिया ने मीडिया को बताया कि मैंने अपने परिवार को अपने रिश्ते के बारे में बताया, लेकिन किसी ने इसे स्वीकार नहीं किया। मैंने तय किया कि मैं उस व्यक्ति को नहीं खोऊंगी। जिससे मैं प्यार करती हूं। इसलिए मैं घर छोड़कर राखी के साथ रहने लगी। हमने अपनी इच्छाओं का सम्मान किया है। प्यार ही असली मायने रखता है। किसने तय किया कि सिर्फ एक महिला ही पुरुष से प्यार कर सकती है, या एक पुरुष ही महिला से प्यार कर सकता है?
कब शुरू हुई प्रेम कहानी?
इस बीच राखी ने कहा कि हम दो साल से साथ हैं। हमने डेटिंग शुरू की, लेकिन कई लोगों ने कहा कि दो लड़कियां एक रिश्ते में कैसे रह सकती हैं? लेकिन हमने तय किया कि हम जिंदगी भर साथ रहेंगे। मेरे परिवार ने इसे स्वीकार कर लिया। हालांकि रिया के परिवार ने नहीं। उसके पिता ने कहा कि वह घर पर नहीं रह सकती। हम और क्या कर सकते थे? वह मेरे और मेरे परिवार के साथ रहने आ गई।
सितंबर में भी हुआ कुछ ऐसा
पिछले साल सितंबर में भी ऐसी ही एक घटना घटी थी। पश्चिम बंगाल के दुबराजपुर में सोशल मीडिया पर दो महिलाओं की कहानी चर्चा में थी। उनकी दोस्ती शादी में बदल गई। नमिता दास, खैराशोल की सुष्मिता चटर्जी से मिलने के लिए मालदा से इतनी दूर चली आईं। एक हफ़्ते पहले इस जोड़े ने दुबराजपुर के एक शिव मंदिर में सिंदूर का आदान-प्रदान करके अपने वैवाहिक जीवन की शुरुआत की।
कौन हैं रिया और राखी?
रिया सरदार मंदिरबाजार और राखी नस्कर बकुलतला की रहने वाली हैं। रिया और राखी दोनों ही पेशेवर डांसर हैं। रिया ने कम उम्र में ही अपने माता-पिता को खो दिया था और उनका पालन-पोषण उनके चाचा-चाची ने किया। इस बीच राखी अपने परिवार के साथ पली-बढ़ी। रिया और राखी की मुलाकात लगभग दो साल पहले हुई थी और फोन पर हुई दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई।
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— Ei Samay (@Ei_Samay) November 5, 2025
परिवार ने रिश्ते पर क्या कहा?
जब रिया ने अपने परिवार को राखी के साथ अपने रिश्ते के बारे में बताया, तो उन्होंने इसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया। कोई विकल्प न होने पर रिया अपना घर छोड़कर राखी के साथ रहने लगी। राखी का परिवार उनके साथ मजबूती से खड़ा था। पड़ोसियों से बातचीत के बाद मंगलवार को एक स्थानीय मंदिर में शादी का आयोजन किया गया। दोनों युवतियों ने एक-दूसरे को माला पहनाई और साथ मिलकर जीवन का एक नया अध्याय शुरू किया।
रिया ने क्या कहा?
शादी के बाद रिया ने मीडिया को बताया कि मैंने अपने परिवार को अपने रिश्ते के बारे में बताया, लेकिन किसी ने इसे स्वीकार नहीं किया। मैंने तय किया कि मैं उस व्यक्ति को नहीं खोऊंगी। जिससे मैं प्यार करती हूं। इसलिए मैं घर छोड़कर राखी के साथ रहने लगी। हमने अपनी इच्छाओं का सम्मान किया है। प्यार ही असली मायने रखता है। किसने तय किया कि सिर्फ एक महिला ही पुरुष से प्यार कर सकती है, या एक पुरुष ही महिला से प्यार कर सकता है?
कब शुरू हुई प्रेम कहानी?
इस बीच राखी ने कहा कि हम दो साल से साथ हैं। हमने डेटिंग शुरू की, लेकिन कई लोगों ने कहा कि दो लड़कियां एक रिश्ते में कैसे रह सकती हैं? लेकिन हमने तय किया कि हम जिंदगी भर साथ रहेंगे। मेरे परिवार ने इसे स्वीकार कर लिया। हालांकि रिया के परिवार ने नहीं। उसके पिता ने कहा कि वह घर पर नहीं रह सकती। हम और क्या कर सकते थे? वह मेरे और मेरे परिवार के साथ रहने आ गई।
सितंबर में भी हुआ कुछ ऐसा
पिछले साल सितंबर में भी ऐसी ही एक घटना घटी थी। पश्चिम बंगाल के दुबराजपुर में सोशल मीडिया पर दो महिलाओं की कहानी चर्चा में थी। उनकी दोस्ती शादी में बदल गई। नमिता दास, खैराशोल की सुष्मिता चटर्जी से मिलने के लिए मालदा से इतनी दूर चली आईं। एक हफ़्ते पहले इस जोड़े ने दुबराजपुर के एक शिव मंदिर में सिंदूर का आदान-प्रदान करके अपने वैवाहिक जीवन की शुरुआत की।
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