नई दिल्ली: बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सुप्रीम कोर्ट के वकील, जयवीर शेरगिल ने कांग्रेस की अंदरूनी कलह को लेकर निशाना साधा है। एएनआई को दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस में निष्पक्ष मतदान होता तो शशि थरूर पार्टी के अध्यक्ष बनते।
जयवीर शेरगिल ने राहुल गांधी के चुनाव आयोग पर लगाए आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि जिनके खुद के घर की खिड़कियां बंद होती हैं, वे दूसरों के पर्दों पर नुक्स नहीं निकालते। उन्होंने यह भी दावा किया कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव में शशि थरूर और मनीष तिवारी जैसे नेताओं को मतदाता सूची नहीं दी गई थी।
राहुल को अपने घर में झांकना चाहिए: जयवीर शेरगिल
बीजेपी नेता ने आगे कहा कि राहुल गांधी को अपने घर में झांकना चाहिए। उन्होंने बताया कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव हुए और मल्लिकार्जुन खड़गे जीते। शशि थरूर ने खुद कहा था कि मतदाता सूची कहां है? मनीष तिवारी ने भी कहा था कि मतदाता सूची सार्वजनिक की जाए। लेकिन कांग्रेस नेतृत्व ने ऐसा नहीं किया। शेरगिल ने कहा कि कांग्रेस पारदर्शिता की बात करती है, लेकिन थरूर और तिवारी को मतदाता सूची नहीं दी गई।
राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग और बीजेपी पर लगाए गए वोट चोरी के आरोपों पर उन्होंने कहा कि 'राहुल गांधी दूसरों पर वोट चोरी का आरोप लगाने से पहले अपनी पार्टी के चुनावों में पारदर्शिता लाएं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के संविधान के अनुसार हर तीन साल में मतदाता सूची को संशोधित किया जाना चाहिए। अगर कांग्रेस में निष्पक्ष चुनाव होते तो थरूर अध्यक्ष बनते। शेरगिल ने कहा कि यह वोट चोरी नहीं, बल्कि तर्क की चोरी है।
कांग्रेस में पारदर्शिता की कमी का आरोप
यह भी बताया गया कि 2022 में मनीष तिवारी ने भी पार्टी के अंदर मतदान में पारदर्शिता पर सवाल उठाया था। उन्होंने ट्वीट किया था, 'आदरणीय मधुसूदन मिस्त्री जी, बिना सार्वजनिक रूप से उपलब्ध मतदाता सूची के निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कैसे हो सकते हैं? एक निष्पक्ष और स्वतंत्र प्रक्रिया का सार यह है कि मतदाताओं के नाम और पते पारदर्शी तरीके से कांग्रेस वेबसाइट पर प्रकाशित किए जाने चाहिए।'
इसके अलावा, जयवीर शेरगिल ने कांग्रेस पर प्रधानमंत्री के खिलाफ अपमानजनक भाषा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कांग्रेस की राजनीति को "उकसाने वाली" बताया और कहा कि जिन लोगों ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को काले झंडे दिखाए थे, वे कांग्रेस से जुड़े थे। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह जब 2005 में जेएनयू गए थे, तब उन्हें काले झंडे दिखाए गए थे।
जयवीर शेरगिल ने राहुल गांधी के चुनाव आयोग पर लगाए आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि जिनके खुद के घर की खिड़कियां बंद होती हैं, वे दूसरों के पर्दों पर नुक्स नहीं निकालते। उन्होंने यह भी दावा किया कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव में शशि थरूर और मनीष तिवारी जैसे नेताओं को मतदाता सूची नहीं दी गई थी।
राहुल को अपने घर में झांकना चाहिए: जयवीर शेरगिल
बीजेपी नेता ने आगे कहा कि राहुल गांधी को अपने घर में झांकना चाहिए। उन्होंने बताया कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव हुए और मल्लिकार्जुन खड़गे जीते। शशि थरूर ने खुद कहा था कि मतदाता सूची कहां है? मनीष तिवारी ने भी कहा था कि मतदाता सूची सार्वजनिक की जाए। लेकिन कांग्रेस नेतृत्व ने ऐसा नहीं किया। शेरगिल ने कहा कि कांग्रेस पारदर्शिता की बात करती है, लेकिन थरूर और तिवारी को मतदाता सूची नहीं दी गई।
राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग और बीजेपी पर लगाए गए वोट चोरी के आरोपों पर उन्होंने कहा कि 'राहुल गांधी दूसरों पर वोट चोरी का आरोप लगाने से पहले अपनी पार्टी के चुनावों में पारदर्शिता लाएं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के संविधान के अनुसार हर तीन साल में मतदाता सूची को संशोधित किया जाना चाहिए। अगर कांग्रेस में निष्पक्ष चुनाव होते तो थरूर अध्यक्ष बनते। शेरगिल ने कहा कि यह वोट चोरी नहीं, बल्कि तर्क की चोरी है।
कांग्रेस में पारदर्शिता की कमी का आरोप
यह भी बताया गया कि 2022 में मनीष तिवारी ने भी पार्टी के अंदर मतदान में पारदर्शिता पर सवाल उठाया था। उन्होंने ट्वीट किया था, 'आदरणीय मधुसूदन मिस्त्री जी, बिना सार्वजनिक रूप से उपलब्ध मतदाता सूची के निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कैसे हो सकते हैं? एक निष्पक्ष और स्वतंत्र प्रक्रिया का सार यह है कि मतदाताओं के नाम और पते पारदर्शी तरीके से कांग्रेस वेबसाइट पर प्रकाशित किए जाने चाहिए।'
इसके अलावा, जयवीर शेरगिल ने कांग्रेस पर प्रधानमंत्री के खिलाफ अपमानजनक भाषा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कांग्रेस की राजनीति को "उकसाने वाली" बताया और कहा कि जिन लोगों ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को काले झंडे दिखाए थे, वे कांग्रेस से जुड़े थे। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह जब 2005 में जेएनयू गए थे, तब उन्हें काले झंडे दिखाए गए थे।





