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सावधान! दिल्ली की हवा हर मौसम में जहरीली, टेंशन बढ़ा रही प्रदूषण पर ये रिपोर्ट

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नई दिल्ली: दिल्ली की हवा में जहर अब सिर्फ सर्दियों की समस्या नहीं है, बल्कि यह अब लगातार बने रहने वाली समस्या बन चुकी है। राजधानी की हवा अब हर मौसम में खराब रहने लगी है। यह दावा रेस्पिरर लिविंग साइंस ने अपनी रिपार्ट में किया है। इस रिपोर्ट में एटलसAQ से लिए गए डेटा के आधार पर बीते चार साल का विश्लेषण किया गया है। इसके आधार पर बताया गया है कि दिल्ली में पीएम 10 का स्तर पूरे साल तय मानकों से अधिक बना रहता है।रिपोर्ट के अनुसार राजधानी में पीएम 10 का स्तर 2021 में 214.4 एमजीसीएम, 2022 में 212.8 एमजीसीएम, 2023 में 206.4 एमजीसीएम और 2024 में 214.3 एमजीसीएम रहा, जबकि पीएम 10 का स्तर 60 एमजीसीएम से ज्यादा होने पर खराब माना जाता है। इस तरह राजधानी में साल भर तय मानकों से तीन गुणा अधिक प्रदूषण रहा।रिपार्ट में बताया गया है कि आनंद विहार लगातार राजधानी की सबसे प्रदूषित जगहों में बना रहा है। 2021 में यहां पीएम 10 का सालाना स्तर 274.1 एमजीसीएम, 2022 में 317.4 एमजीसीएम और 2024 में 249.2 एमजीसीएम रहा। द्वारका सेक्टर-8 में भी स्थिति चिंताजनक रही। यहां 2021 में पीएम 10 का स्तर 249.2 एमजीसीएम और 2024 में 313.5 एमजीसीएम रहा। जहांगीरपुरी, मुंडका और वजीरपुर में यह 260 एमजीसीएम से ऊपर रहा।रेस्पिरर लिविंग साइंसेस के फाउंडर रोनक सुतारिया ने कहा कि, दिल्ली में अब काई ऐसा मौसम नहीं रहा, जिसमें साफ हवा में सांस ली जा सके। गर्मियां के महीने जो पहले राहत देते थे, अब वे भी प्रदूषित बने रहते हैं। यह डेटा हेल्थ इमर्जेंसी की ओर इशारा करता है। दिल्ली में हवा साफ रखने के लिए पूरे साल चलने वाली कार्य योजना बनाने की जरूरत है। सबसे बड़ी वजह क्या? रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली की हवा में पीएम 10 के अधिक होने के पीछे की बड़ी वजह गाड़ियों से निकलने वाला धुंआ, एनसीआर में उद्योग-धंधे, धूल, आसपास के राज्यों में पराली जलाना है। इस रिपोर्ट में दिल्ली के अलावा पटना, लखनऊ, चंडीगढ़, अहमदाबाद, कोलकाता, मुंबई, पुणे, हैदराबाद, बेंगलुरु और चेन्नै समत 11 शहरों का विश्लेषण किया गया है।
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