कोलकाता: राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की एक टीम ने मुर्शिदाबाद के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया। एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष विजया रहाटकर इस टीम का नेतृत्व कर रही थीं। यह दौरा वक्फ (संशोधन) अधिनियम को लेकर हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद हुई सांप्रदायिक झड़पों के बाद किया गया। एनसीडब्ल्यू की टीम ने पीड़ितों से बात की। उन्होंने पीड़ितों को केंद्र सरकार की तरफ से मदद और सुरक्षा का भरोसा दिलाया। बता दें कि 11 अप्रैल को हुई हिंसा में तीन लोगों की जान चली गई थी। कई लोग घायल हुए और सैकड़ों लोग बेघर हो गए थे। कई पीड़ित परिवार या तो मालदा के शिविरों में शरण ले रहे हैं या झारखंड के पाकुड़ जिले में चले गए हैं।मुर्शिदाबाद के बेटबोना शहर में रहाटकर ने पीड़ितों से कहा कि हम यहां आपकी हालत देखने आए हैं। कृपया चिंता न करें। देश और आयोग आपके साथ हैं। यह मत सोचो कि आप अकेले हैं। उन्होंने कहा कि NCW केंद्र सरकार को एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपेगी। वहीं इस हिंसा में मार गए पिता-पुत्र के परिवार से मिलने के बाद रहाटकर ने कहा कि ये लोग इतने दर्द में हैं कि मेरे पास कहने के लिए कुछ नहीं है। मेरे पास उनके दर्द का वर्णन करने के लिए शब्द नहीं हैं। इस दौरान कई महिलाओं ने दंगों के दौरान हुई भयावह घटनाओं के बारे में बताया। उन्होंने संवेदनशील इलाकों में स्थायी बीएसएफ शिविरों और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) द्वारा जांच की मांग की। 'यह भयानक है'रहाटकर के साथ मौजदू एनसीडब्ल्यू की सदस्य अर्चना मजूमदार ने कहा कि कुछ महिलाओं ने अपने पति खो दिए, कुछ ने अपने बेटे खो दिए। लोगों को उनके घरों से खींचकर मार डाला गया। यह भयानक है। मुझे नहीं पता कि पश्चिम बंगाल में पहले कभी ऐसी घटनाएं हुई हैं। हमने यह सब पहली बार देखा है। यह अस्वीकार्य है। सरकार को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। राज्यपाल ने भी किया दौराबता दें कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने शुक्रवार को मालदा के पार लालपुर में एक राहत शिविर का दौरा किया था। उन्होंने कहा था कि उन्होंने शिविर के निवासियों के साथ विस्तृत चर्चा की। मैं उन परिवार के सदस्यों से मिला जो इस शिविर में हैं। मैंने उनके साथ विस्तृत चर्चा की। मैंने उनकी शिकायतों को सुना और उनकी भावनाओं को समझा। उन्होंने मुझे अपनी आवश्यकताओं के बारे में भी बताया। निश्चित रूप से, सक्रिय कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने पुष्टि की कि वह अधिक प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करना जारी रखेंगे।
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