दोस्तो हिंदू धर्म में समय का विशेष महत्व हैं, कई ऐसे कार्य हैं, जन्हें सुबह-शाम करने से मनाही हैं, ऐसे में बात करें नाखून काटने की तो सूर्यास्त के बाद नाखून काटना अशुभ माना जाता है। ऐसा करने से दरिद्रता, नकारात्मकता आती है और धन-समृद्धि की देवी लक्ष्मी अप्रसन्न होती हैं। इसके अलावा इसका वैज्ञानिक कारण भी हैं, आइए जानते हैं पूरी डिटेल्स
1. प्राचीन और व्यावहारिक कारण
प्राचीन काल में बिजली उपलब्ध नहीं थी। लोग रोशनी के लिए दीयों और मोमबत्तियों का इस्तेमाल करते थे, जिससे रात में स्पष्ट रूप से देखना मुश्किल हो जाता था। कम रोशनी में चाकू या ब्लेड से नाखून काटने से अक्सर उंगलियों में चोट लग जाती थी। इसलिए सूर्यास्त के बाद नाखून न काटने की सलाह देते थे। यह सलाह बाद में घर-घर में एक नियम बन गई।
2. धार्मिक मान्यताएँ
शाम का समय पवित्र माना जाता है क्योंकि इस दौरान देवी लक्ष्मी घरों में आती हैं। सूर्यास्त के बाद नाखून, बाल काटना या घर की सफाई जैसे काम करने से सकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है और दुर्भाग्य को आमंत्रित किया जाता है।
3. नाखून काटने का सही समय
बुधवार और शुक्रवार नाखून काटने के लिए शुभ दिन माने जाते हैं। रात में, यात्रा के दौरान या अस्वस्थ होने पर नाखून काटने से बचना चाहिए।
4. वैज्ञानिक कारण
स्वच्छता के दृष्टिकोण से, नाखून काटने का सबसे अच्छा समय दिन का होता है। दिन का प्रकाश बेहतर दृश्यता सुनिश्चित करता है, जिससे कटने और संक्रमण का खतरा कम होता है।
You may also like

असम में दूसरी शादी की तो 7 साल की कैद लेकिन यहां अब भी दो-दो पत्नी, मियां-बीवी के साथ दूसरी भी राजी तो क्या करेगा काजी

डब्ल्यूबीबीएल : लैनिंग-सदरलैंड की मेहनत बेकार, बारिश के चलते बेनतीजा रहा मेलबर्न-एडिलेड का मुकाबला

वृषभ साप्ताहिक राशिफल 10 नवंबर से 16 नवंबर 2025 : आर्थिक दृष्टि से यह सप्ताह मिश्रित रहेगा, बजट का ध्यान रखें

Tata Curvv हुई अपडेट, बिक्री बढ़ाने के लिए अब लोअर वेरिएंट्स में भी मिलेंगे प्रीमियम फीचर्स

मांसपेशियों को मजबूत बनाकर दर्द से निजात दिलाता है चतुरंग दंडासन, यहां देखें सही विधि





