दुनिया में किसी भी पति पत्नी के लिए माता पिता बनना सबसे बड़ा सपना होता हैं, लेकिन बच्चे पैदा करने से ही आपकी जिम्मेदारी पूरी नहीं हो जाता हैं, बच्चों की परवरिश सही होना भी जरूरी है, बच्चो को अनुशासित रखना भी जूरूरी है, हर बच्चे का स्वभाव अलग होता है—कुछ शांत रहते हैं जबकि कुछ बहुत शरारती होते हैं। जैसे-जैसे वे बड़े होते हैं, उनका व्यवहार भी बदलता है, इसलिए उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन देना और भी ज़रूरी हो जाता है। आज हम आपको बच्चे को अनुशासित करने के तरीकों के बारे में बताएंगे-

स्पष्ट अपेक्षाएँ निर्धारित करें
बच्चों को सरल और शांत शब्दों में समझाएँ कि उनसे क्या अपेक्षा की जाती है ताकि वे बेहतर समझ सकें।
दैनिक दिनचर्या सिखाएँ
उन्हें समय पर सोने और जागने, अपने काम पूरे करने और झूठ बोलने से बचने जैसी स्वस्थ आदतें बनाने में मदद करें।
ज़्यादा समझाएँ, कम डाँटें
बच्चे लगातार डाँटने की बजाय कोमल व्याख्याओं पर बेहतर प्रतिक्रिया देते हैं। धैर्य ही कुंजी है।

सम्मानजनक व्यवहार सिखाएँ
उन्हें बड़ों और छोटों के साथ सम्मान और दयालुता से व्यवहार करने का मार्गदर्शन दें।
शुरुआत से ही सही शिक्षा दें
छोटे बच्चे कम उम्र में ही जल्दी सीख जाते हैं, इसलिए बचपन में ही उनमें अच्छे संस्कार और अनुशासन डालना ज़रूरी है।
Disclaimer: This content has been sourced and edited from [abpliveHindi]
You may also like
आयुष मंत्रालय ने डब्ल्यूएचओ फोरम में पारंपरिक औषधियों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय साझेदारी को किया मजबूत
Women's World Cup 2025: बारिश की वजह से रद्द हुआ श्रीलंका और न्यूजीलैंड का मुकाबला, भारतीय टीम को मिल गया फायदा
कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल में सीबीआई ने मारा छापा, अंतरराष्ट्रीय साइबर धोखाधड़ी मामले में तीन गिरफ्तार
प्रेमिका की शादी की खबर से टूटा दिल, मां की आंखों के सामने पानी की टंकी से कूदकर खत्म की जिंदगी!
मप्रः कच्चे माल एवं तैयार औषधियों का बैचवार परीक्षण अनिवार्य रूप से करने के निर्देश