रायबरेली/मुरादाबाद, 27 सितंबर . उत्तर प्रदेश में ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर विवाद से धार्मिक और Political तनाव गहराता जा रहा है. Lok Sabha के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में भाजपा युवा मोर्चा के नेताओं ने काउंटर कैंपेन शुरू कर दिया है. शहर के प्रमुख चौराहों पर ‘आई लव जय श्री राम’, ‘आई लव योगी आदित्यनाथ’ और ‘आई लव बुलडोजर’ के बैनर लगाए गए हैं.
ये बैनर रतापुर, त्रिपुला समेत अन्य चौराहों पर प्रमुखता से नजर आ रहे हैं. भाजपा युवा मोर्चा के नि. मंडल अध्यक्ष विष्णु पद सिंह ने इन बैनरों को लगवाया. उन्होंने से बात करते हुए कहा, “हमने रायबरेली के कई चौराहों और अन्य कई स्थानों पर आई लव जय श्री राम, आई लव योगी आदित्यनाथ के पोस्टर लगवाए हैं. हमने ऐसा इसलिए किया, क्योंकि भगवान जय श्री राम हिंदू आस्था के प्रतीक हैं और योगी आदित्यनाथ उन्हीं के पदचिन्हों पर चलते हुए राम राज्य की स्थापना कर रहे हैं और गुंडे माफियाओं पर नकेल कस रहे हैं. सीएम योगी प्रदेश में हर जगह किसान, नौजवान, पीड़ित, शोषित, वंचित, पीड़ित और आदिवासी सभी के समान अवसर पैदा कर रहे हैं. उनसे प्रेरित होकर हमने इन पोस्टरों को लगाया है.”
वहीं, दूसरी ओर मुरादाबाद में भी पोस्टरवार जारी है. लाजपत नगर स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में कई लोग ‘आई लव योगी’, ‘आई लव मोदी’, ‘आई लव महादेव’ के पोस्टर हाथों में थामे हुए पहुंचे. कुछ लोगों ने तिरंगा लहराते हुए नारे लगाए. यह जुलूस ‘आई लव मोहम्मद’ विवाद के जवाब में निकाला गया, जहां लोग मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद नारेबाजी करते नजर आए. स्थानीय हिंदू संगठनों ने इसे ‘हिंदुत्व की विजय’ का प्रतीक बताया. मुरादाबाद में पहले भी सांप्रदायिक तनाव की घटनाएं हो चुकी हैं, इसलिए Police ने सतर्कता बरतते हुए भारी सुरक्षा व्यवस्था की है.
बता दें कि पूरा विवाद Kanpur के बारावफात जुलूस से शुरू हुआ था, जहां ‘आई लव मोहम्मद’ बैनर लगाने पर हंगामा मच गया. Police ने बैनर हटाया तो मुस्लिम समुदाय ने विरोध प्रदर्शन किया, जो बरेली, Lucknow और अन्य शहरों तक फैल गया. अब हिंदू संगठनों ने जवाबी कार्रवाई में ‘आई लव महादेव’, ‘आई लव राम’ जैसे पोस्टर लगाए हैं.
–
एससीएच
You may also like
आसिम मुनीर से कम नहीं मोहसिन नकवी... एशिया कप विवाद पर पाकिस्तान में थू-थू, जेल में बैठे इमरान खान ने धो डाला
करवा चौथ 2025: इस त्योहार की गहराई में छिपा है प्रेम और समर्पण का संदेश
शटडाउन क्या होता है और इसका ट्रंप सरकार पर क्या असर होगा
इंदौर के कपड़ा बाज़ार से मुसलमानों को क्यों निकाला जा रहा है?
वास्तु शास्त्र के अनुसार दीवार घड़ियों के लिए टिप्स