लखनऊ, 24 अगस्त . गंभीर आपराधिक आरोपों में फंसे प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों को हटाने संबंधी विधेयक पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने दावा किया है कि इस बिल को लाने के पीछे एकमात्र मकसद यह है कि केंद्र सरकार डरी हुई है, उसे इस बात का डर सता रहा है कि कहीं भविष्य में उनके साथी छोड़कर न चले जाएं. अगर ऐसा हुआ तो उनकी सरकार गिर जाएगी. इसीलिए वे इस बिल को ला रहे हैं, ताकि भविष्य में अगर इनके साथी छोड़ना भी चाहें तो वह बिल का डर दिखाकर रोके रखें.
से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि वर्तमान में सत्ता में बैठी केंद्र सरकार लोगों को अपने साथ बनाए रखने के लिए सिर्फ डर और विभाजन पैदा करने की कोशिश कर रही है. अगर आप उनके द्वारा लाए जा रहे विधेयकों और संशोधनों को देखें, तो उनका उद्देश्य विशुद्ध रूप से गुमराह और हेरफेर करना है, खासकर अपने सहयोगियों को साथ छोड़ने से रोकने के लिए बिल ला रहे हैं.
यूपी कांग्रेस अध्यक्ष ने पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के मामले को उठाते हुए सवाल किया कि वह अचानक कहां गायब हो गए हैं. उनके बारे में कोई जानकारी क्यों सामने नहीं आ रही है? आज पूरा देश जानना चाहता है कि पूर्व उपराष्ट्रपति कहां हैं?
दूसरी ओर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के उस बयान से किनारा कर लिया है, जिसमें रिजिजू ने कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी जब चुनाव हारते हैं तो वे और भारत विरोधी ताकतें चुनाव आयोग और सरकार पर सवाल उठाते हैं.
अजय राय ने कहा कि मुझे उनके बयान के बारे में कोई टिप्पणी तो नहीं करनी है. क्योंकि, वह कैसे नेता हैं, जिनके बारे में पूरी दुनिया जानती है.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद से ही कांग्रेस सांसद राहुल गांधी चुनाव आयोग और भाजपा पर मिलीभगत का आरोप लगाते रहे हैं. वह वर्तमान में बिहार में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ निकाल रहे हैं.
कांग्रेस सांसद का दावा है कि सरकार चुनाव आयोग के साथ मिलकर लोगों को मतदान के संवैधानिक अधिकार से वंचित कर रही है.
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डीकेएम/एबीएम
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