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दीपावली पर रिकॉर्ड व्यापार: उद्योग जगत ने माना, 'मेड इन इंडिया' और जीएसटी सुधारों का दिखा सीधा असर

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New Delhi, 22 अक्टूबर . देश भर के उद्योग जगत के दिग्गजों ने Wednesday को इस साल देश में दीपावली पर रिकॉर्ड तोड़ व्यापार की सराहना करते हुए कहा कि Prime Minister Narendra Modi के ‘मेड इन इंडिया’ विजन और हालिया आर्थिक सुधारों के जमीनी स्तर पर अच्छे परिणाम दिख रहे हैं.

अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ (कैट) द्वारा किए गए एक राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण के अनुसार, India ने दीपावली पर अब तक का सबसे अधिक व्यापार दर्ज किया, जिसकी कुल बिक्री 6.05 लाख करोड़ रुपए आंकी गई है.

इस ऐतिहासिक आंकड़े को बढ़ते उपभोक्ता विश्वास और India में निर्मित उत्पादों के लिए मजबूत प्रोत्साहन के स्पष्ट संकेत के रूप में देखा जा रहा है.

ब्रिक्स चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष हरवंश चावला ने से बात करते हुए कहा, “मैंने पहले ही कहा था कि यह दीपावली एक शानदार दिवाली होगी. हमने अपनी अर्थव्यवस्था में इतनी बिक्री और उत्साह पहले कभी नहीं देखा जितना इस बार देख रहे हैं. इसका सारा श्रेय Prime Minister Narendra Modi को जाता है.”

उन्होंने आगे कहा कि ‘मेड इन इंडिया’ का नारा जोर पकड़ रहा है और इसके नतीजे अगले छह महीने से एक साल में और ज्‍यादा दिखाई देने लगेंगे.

पीएचडीसीसीआई के सीईओ और महासचिव रंजीत मेहता ने भी इसी तरह की राय व्यक्त करते हुए कहा कि दीपावली से पहले लागू किए गए GST सुधारों का व्यापार पर बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ा है.

उन्होंने को बताया, “Prime Minister मोदी ने लोगों को स्वदेशी वस्तुओं के इस्तेमाल के लिए प्रेरित किया और यह कदम बेहद अहम था, खासकर आज के बिखरे हुए वैश्विक व्यापार माहौल में. दरअसल, बिकने वाली 80 प्रतिशत वस्तुएं भारतीय उत्पाद थीं, जो बेहद उत्साहजनक है.”

कोलकाता में, India चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रदेश अध्यक्ष नरेश पचीसिया ने भी त्योहारी सीजन की सफलता की सराहना की. उन्होंने कहा कि यह उपभोक्ता मांग कुछ ऐसी है जो हमने लंबे समय से नहीं देखी थी. उपभोग से जुड़ी वस्तुओं पर GST में कमी ने इसमें अहम भूमिका निभाई.”

उन्होंने आगे कहा कि 22 सितंबर की घोषणा के बाद बिक्री में आई कमी ने दबी हुई मांग को जन्म दिया, जिससे दीपावली के व्यापार में इस भारी उछाल को बढ़ावा मिला.”

पीएचडीसीसीआई के अध्यक्ष राजीव जुनेजा ने ‘विकसित भारत’ के दृष्टिकोण के अनुरूप छोटे उद्योगों को निरंतर समर्थन देने की आवश्यकता पर बल दिया.

उन्होंने कहा, “हमारी जिम्मेदारी लघु एवं मध्यम उद्योगों और Governmentी विभागों के बीच सेतु का निर्माण करना है. हमारा उद्देश्य हर संभव सहायता प्रदान करके छोटे उद्योगों को बड़े उद्योगों में विकसित होने में मदद करना है.”

एएसएच/डीकेपी

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