जम्मू, 28 अप्रैल . जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद एनसी-पीडीपी-कांग्रेस के विधायक एक स्वर में आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
सोमवार को पहलगाम घटना के बाद जम्मू-कश्मीर विधानसभा का एकदिवसीय सत्र बुलाया गया. इस दौरान न्यूज एजेंसी ने कुछ विधायकों से बात की. अवामी इत्तेहाद पार्टी (एआईपी) विधायक खुर्शीद अहमद शेख ने कहा कि यह मानवता को शर्मसार करने वाला आतंकी हमला था. हमने न केवल इसकी कड़े शब्दों में निंदा की है, बल्कि इसका विरोध भी किया है. पाकिस्तान को सबक सिखाने के मामले पर उन्होंने कहा कि यह सरकार का काम है कि वह किस तरह से पाकिस्तान को जवाब देना चाहती है. सरकार ने कई फैसले भी लिए हैं. लेकिन, बातचीत भी होनी चाहिए, बातचीत से मसले का हल हो सकता है.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक शाहीन शाहिद ने कहा कि इस घटना ने हम सभी के दिलों को चोट पहुंचाई है, न केवल प्रभावित परिवारों को, बल्कि पूरे जम्मू-कश्मीर राज्य और देश के लोगों को. इसने हमारी अंतरात्मा को झकझोर दिया है. हम इस हमले की निंदा करते हैं और इसलिए हमारी सरकार की सिफारिश पर यह विशेष सत्र निंदा व्यक्त करने और यह संदेश देने के लिए बुलाया गया कि हम प्रभावित परिवारों के साथ ही नहीं बल्कि पूरे देश के साथ खड़े हैं.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक तनवीर सादिक ने कहा कि मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में मंत्रिमंडल ने एक विशेष सत्र बुलाया है, क्योंकि 22 अप्रैल को जो कुछ हुआ, उसकी जितनी निंदा की जाए कम है. आज, शायद पहली बार, यह देश की एकमात्र विधानसभा है जो इस घटना की निंदा करने के लिए विशेष सत्र आयोजित कर रही है. मुझे लगता है यह सही है. हमारी सरकार से अपील है कि जल्द से जल्द उन्हें ढूंढ कर सजा दी जाए.
जम्मू और कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) विधायक वहीद पारा ने कहा कि पहलगाम में जो लोग मारे गए वे शहीद हैं और हम पूरे देश के साथ हैं, यह हमला सिर्फ आतंकी हमला नहीं बल्कि सांप्रदायिक हमला है. एक समुदाय के लोगों को निशाना बनाकर मारा गया है और नागरिकों, निहत्थे लोगों को मारा गया है. इसमें कोई बहादुरी नहीं है, यह केवल और केवल मानवता के खिलाफ है, और केवल मानवता के खिलाफ नहीं बल्कि कश्मीर में पहली बार आपने देखा है कि पार्टी लाइन से परे, विचारधारा से परे, जम्मू और कश्मीर भर में लोग हिंसा के इस कृत्य की निंदा कर रहे हैं.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता हसनैन मसूदी ने कहा कि हर तरफ से इसकी निंदा हो रही है. हर तरफ से इसको लेकर गुस्सा जाहिर किया जा रहा है. आज का सत्र भी उसी कड़ी का हिस्सा है. वहीं, कांग्रेस नेता निजामुद्दीन भट्ट ने कहा कि पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत सरकार फैसला लेगी. लेकिन, बातचीत का एक ऑप्शन भी खुला रखा जाना चाहिए.
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डीकेएम/केआर
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