पटना, 19 मई . जन सुराज ने सोमवार को सर्वसम्मति से पूर्णिया के पूर्व सांसद उदय सिंह को अपना नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया. पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि उनका चयन “बहुमत से नहीं बल्कि सर्वसम्मति से” हुआ है.
बिहार की राजधानी पटना में आयोजित एक प्रेस वार्ता में प्रशांत किशोर ने कहा कि उदय सिंह अनुभवी हैं. वह पार्टी और बिहार की स्थिति में सुधार लाने में सक्षम हैं.
उन्होंने कहा, “मेरी भूमिका जन सुराज में कुम्हार की होगी. मैं मिट्टी लाता जाऊंगा और इसे आप लोग गढ़ते जाएंगे. धीरे-धीरे मेरे साथ लोग जुड़ते जाएंगे. अब पार्टी चलाने की जिम्मेदारी इन लोगों की है.”
उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश होगी कि उनका मंच मजबूत होता जाए. हमारी कोशिश है कि बिहार का नेतृत्व ऐसा व्यक्ति करे जिस पर बिहार को गौरव हो सके.
इस मौके पर उदय सिंह ने कहा कि वह साल 1977 से राजनीति में हैं, लेकिन बिहार की जितनी चिंता प्रशांत किशोर में देखी, उतनी किसी और में नहीं देखी. वह सारे सुख छोड़कर राजनीति में आए और फिर बिहार की भलाई के लिए परिवर्तन में जुट गए. उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर की हिम्मत देखकर उन्हें पहले ही विश्वास था कि वह कुछ करके रहेंगे. आज पार्टी ने जो भी मंजिल तय की है, वह उसी हिम्मत का परिणाम है. उन्होंने कहा कि भविष्य में क्या होगा, यह बाद की बात है.
उदय सिंह ने यह जानकारी भी साझा की कि प्रशांत किशोर की कमर के पास की हड्डी टूट चुकी थी, लेकिन उन्होंने किसी को बताया नहीं. इनका संकल्प और दृढ़ता सबको नजर आती है.
उन्होंने कहा कि कई लोग जन सुराज अभियान से जुड़े हैं. इस अभियान ने बिहार के लोगों के दिलों में एक जगह बनाई. लोगों में जन सुराज के प्रति आकर्षण दिखा. यह पार्टी बिहार की जनता की मांग पर बनी है.
उदय सिंह ने साफ किया कि जन सुराज की किसी पार्टी से लड़ाई नहीं है. उन्होंने कहा, “हम बिहार की जनता के विकास के लिए लड़ेंगे और जो भी इसके बीच में आएगा, उससे टकराएंगे.”
–
एमएनपी/एकेजे
You may also like
20 मई से इन 3 जगहों पर भी कर सकते हैं पिंडदान, जरूर जानें इनके नाम
आज का वृषभ राशिफल, 20 मई 2025 : अधिकारियों और सहकर्मियों से सहयोग मिलेगा
बस 10 साल काम, फिर पैसा ही पैसा! ये 10 कोर्स कर सकते हैं अर्ली रिटायरमेंट का सपना पूरा
देवो के देव लिखेंगे 20 मई को इन 4 राशि वालों की बेहद सुनहरी किस्मत
Aaj Ka Panchang, 20 May 2025 : आज ज्येष्ठ कृष्ण सप्तमी तिथि, जानें शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय