निफ्टी 50 इंडेक्स में देश की 50 प्रमुख कंपनियों के स्टॉक लिस्टेड हैं और ये कंपनियां इस इंडेक्स में खुद को बनाए रखने के लिए लगातार परफॉर्म करना होता है. कंपनी के मार्केट कैप और फ्री फ्लोट मार्केट कैपिटलाज़ेशन सहित अन्य क्राइटेरिया पर एनएसई निफ्टी 50 इंडेक्स में कंपनी को एड और रिमूव करता है. पिछले कुछ माह में इटरनल कंपनी के शेयर प्राइस तूफानी गति से बढ़े हैं और साल 2021 में लिस्ट होने के तीन साल की अवधि में ही Eternal Ltd ने निफ्टी 50 इंडेक्स में जगह बना ली और साथ ही यह निफ्टी 50 इंडेक्स का सबसे महंगा स्टॉक भी बन गया.
इटरनल की ग्रोथ से सभी हैरानइटरनल कंपनी के शेयर लिस्ट होने के बाद जो रिस्पॉन्स इसे मिला है,उसे देखकर सभी हैरान हैं. इंस्टिट्यूशन के साथ साथ रिटेल इन्वेस्टर्स ने भी इस स्टॉक में बड़े पैमाने पर लगातार खरीदारी की. एफआईआई, डीआईआई और रिटेल इन्वेस्टर्स ने इस स्टॉक में लगातार खरीदारी की. एफआईआई ने इसमें 39% हिस्सेदारी ली. डीआईआई के पास कंपनी की 30.10% हिस्सेदारी है, जबकि रिटेल इन्वेस्टर्स के पास 25.10% शेयर हैं.
इटरनल के शेयर प्राइस फिलहाल 318 रुपए के लेवल पर ट्रेड कर रहे हैं. स्टॉक ने हाल ही में 368.45 रुपए का ऑल टाइम हाई लेवल देखा. कंपनी का मार्केट कैप 2.88 लाख करोड़ रुपए हो गया है. इटरनल के शेयर जुलाई 2021 में 116 रुपए के प्राइस पर लिस्ट हुए थे और वहां से लगातार बढ़ते गए. इटरनल की ग्रोथ एक केस स्टडी है.
निफ्टी 50 इंडेक्स का सबसे महंगा स्टॉकEternal के शेयर प्राइस जिस तेज़ी से बढ़े हैं, उससे कहीं अधिक तेज़ी से इस स्टॉक का प्राइस टू अर्निंग याने पीई रेशो बढ़ा है. संभवत: यह निफ्टी 50 का पहला स्टॉक है जिसका पीई रेशो 1000 के पार गया है. फिलहाल इस स्टॉक का पीई रेशो 1,579 है. ऐसा पहले किसी स्टॉक के साथ नहीं देखा गया. एक समय यह पी रेशो 1700 के करीब चला गया था.
कोई स्टॉक महंगा है या नहीं यह उसके प्राइस के बजाए पीई रेशो से तय होता है. इटरनल का शेयर प्राइस 318 रुपए है लेकिन पीई रेशो 1579 है. वहीं मारुति सुज़ुकी के शेयर प्राइस भले ही 16155 रुपए के लेवल पर हों, लेकिन उसका पीई रेशो 34.95 पर है, जो कि सामान्य है.
पीई रेशो को इस तरह समझ सकते हैं कि किसी स्टॉक में निवेशक एक रुपया कमाने के लिए कितने रुपए निवेश कर रहे हैं. मारुति सुज़ुकी का पीई रेशो 34.95 है, इसलिए उसमें एक रुपया कमाने के लिए 34.95 रुपए निवेश किये जा रहे हैं, जबकि इटरनल का पीई रेशो 1579 है इसलिए इस स्टॉक में एक रुपया कमाने के लिए निवेशक 1579 रुपए का निवेश कर रहे हैं. इसलिए इटरनल निफ्टी 50 का सबसे महंगा स्टॉक बन गया है.
एफआईआई ने खरीदे 10.80 करोड़ शेयर30 सितंबर 2025 को समाप्त तिमाही में भारतीय बाज़ार में निवेश करने वाले एक प्रमुख एफआईआई Government Pension Fund Global ने इटरनल के 10.80 करोड़ शेयर खरीदे हैं. यह नार्वे सरकार का पेंशन फंड है, जो भारतीय बाज़ार में प्रमुख कंपनियों में निवेश करता है. इटरनल में इस एफआईआई ने पहली बार हिसेदारी खरीदी है.
इटरनल की ग्रोथ से सभी हैरानइटरनल कंपनी के शेयर लिस्ट होने के बाद जो रिस्पॉन्स इसे मिला है,उसे देखकर सभी हैरान हैं. इंस्टिट्यूशन के साथ साथ रिटेल इन्वेस्टर्स ने भी इस स्टॉक में बड़े पैमाने पर लगातार खरीदारी की. एफआईआई, डीआईआई और रिटेल इन्वेस्टर्स ने इस स्टॉक में लगातार खरीदारी की. एफआईआई ने इसमें 39% हिस्सेदारी ली. डीआईआई के पास कंपनी की 30.10% हिस्सेदारी है, जबकि रिटेल इन्वेस्टर्स के पास 25.10% शेयर हैं.
इटरनल के शेयर प्राइस फिलहाल 318 रुपए के लेवल पर ट्रेड कर रहे हैं. स्टॉक ने हाल ही में 368.45 रुपए का ऑल टाइम हाई लेवल देखा. कंपनी का मार्केट कैप 2.88 लाख करोड़ रुपए हो गया है. इटरनल के शेयर जुलाई 2021 में 116 रुपए के प्राइस पर लिस्ट हुए थे और वहां से लगातार बढ़ते गए. इटरनल की ग्रोथ एक केस स्टडी है.
निफ्टी 50 इंडेक्स का सबसे महंगा स्टॉकEternal के शेयर प्राइस जिस तेज़ी से बढ़े हैं, उससे कहीं अधिक तेज़ी से इस स्टॉक का प्राइस टू अर्निंग याने पीई रेशो बढ़ा है. संभवत: यह निफ्टी 50 का पहला स्टॉक है जिसका पीई रेशो 1000 के पार गया है. फिलहाल इस स्टॉक का पीई रेशो 1,579 है. ऐसा पहले किसी स्टॉक के साथ नहीं देखा गया. एक समय यह पी रेशो 1700 के करीब चला गया था.
कोई स्टॉक महंगा है या नहीं यह उसके प्राइस के बजाए पीई रेशो से तय होता है. इटरनल का शेयर प्राइस 318 रुपए है लेकिन पीई रेशो 1579 है. वहीं मारुति सुज़ुकी के शेयर प्राइस भले ही 16155 रुपए के लेवल पर हों, लेकिन उसका पीई रेशो 34.95 पर है, जो कि सामान्य है.
पीई रेशो को इस तरह समझ सकते हैं कि किसी स्टॉक में निवेशक एक रुपया कमाने के लिए कितने रुपए निवेश कर रहे हैं. मारुति सुज़ुकी का पीई रेशो 34.95 है, इसलिए उसमें एक रुपया कमाने के लिए 34.95 रुपए निवेश किये जा रहे हैं, जबकि इटरनल का पीई रेशो 1579 है इसलिए इस स्टॉक में एक रुपया कमाने के लिए निवेशक 1579 रुपए का निवेश कर रहे हैं. इसलिए इटरनल निफ्टी 50 का सबसे महंगा स्टॉक बन गया है.
एफआईआई ने खरीदे 10.80 करोड़ शेयर30 सितंबर 2025 को समाप्त तिमाही में भारतीय बाज़ार में निवेश करने वाले एक प्रमुख एफआईआई Government Pension Fund Global ने इटरनल के 10.80 करोड़ शेयर खरीदे हैं. यह नार्वे सरकार का पेंशन फंड है, जो भारतीय बाज़ार में प्रमुख कंपनियों में निवेश करता है. इटरनल में इस एफआईआई ने पहली बार हिसेदारी खरीदी है.
You may also like

भारतीय टीम बनी चैंपियन, महिला वनडे वर्ल्ड कप के फ़ाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराया

महिला विश्व कप 2025 की जीत पर पीएम मोदी और अमित शाह ने भारतीय टीम को दी बधाई

जबलपुरः अंजुमन इस्लामिया कमेटी के फरमान के शिकायतकर्ता को जान से मारने की धमकी मिलने के आरोप

अखंड समाज, सार्वभौम व्यवस्था के संकल्प के साथ सम्पन्न हुआ जीवन विद्या सम्मेलन

दुल्हन ने शादी के मंडप में दूल्हे को दी गालियाँ, जानें क्या हुआ




