क्या अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप टैरिफ वापस लेने वाले हैं? ओवल ऑफिस में अपने इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर बातचीत की। जिसमें टैरिफ़ भी शामिल था। उनका कहना है कि अमेरिका को टैरिफ़ पर स्पष्ट निर्णय लेना होगा क्योंकि ग्लोबल टैरिफ़ आर्थिक आपातकाल के जैसे है। इसके साथ ही उन्होंने अपील्स कोर्ट के फैसले के बारे में भी बताया और कहा कि कोर्ट ने टैरिफ़ लगाए जाने के खिलाफ फैसला दिया है। इस फैसले की चुनौती देने के लिए भी सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं।
एक्सपेडाइटेड रूलिंग की डिमांडट्रंप ने यह भी कहां कि सुप्रीम कोर्ट में एक्सपेडाइटेड रूलिंग यानि जल्दी सुनवाई की मांग करेंगे। यदि सुप्रीम कोर्ट में उनके हक़ में फैसला नहीं आता है तो उन्हें टैरिफ हटाना पड़ सकता है। ट्रंप ने इसे अमेरिका के लिए डिजास्टर बताया।
भारत के एक तरफ़ा रिश्तेअपनी इंटरव्यू में ट्रंप ने यह कहा कि भारत की और ब्राजील जैसे देश अमेरिका से भारी टैरिफ़ वसूल रहे हैं। अमेरिका और भारत का रिश्ता अच्छा है लेकिन ये रिश्ता हमेशा से एकतरफ़ा रहा है। दुनिया में जो देश सबसे ज्यादा टैरिफ़ वसूलते हैं उसमें भारत भी शामिल है। पहले भारतीय सामान तो आराम से मेरी के बाजार में आ जाते थे, लेकिन भारत में अमेरिका के सामानों को भारी टैरिफ़ चुकाना पड़ता था। हम पहले से भारत से ज्यादा शुल्क वसूल नहीं कर रहे थे इसीलिए भारतीय कंपनियां अमेरिका में आराम से व्यापार कर रही थी, लेकिन ऐसा हम नहीं कर पा रहे थे। इसलिए ट्रंप ने भारत पर 50% के टैरिफ़ को सही बताया।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन के लोगों की मदद करने के लिए भी कुछ जरूरी फैसले लेने वाले हैं। बता दें कि ट्रंप ने अपने इंटरव्यू में कई बातों का जिक्र किया। जिसमें अमेरिकी स्पेस कमांड को कोलोराडो से अलाबामा शिफ्ट करने की भी बात की।
एक्सपेडाइटेड रूलिंग की डिमांडट्रंप ने यह भी कहां कि सुप्रीम कोर्ट में एक्सपेडाइटेड रूलिंग यानि जल्दी सुनवाई की मांग करेंगे। यदि सुप्रीम कोर्ट में उनके हक़ में फैसला नहीं आता है तो उन्हें टैरिफ हटाना पड़ सकता है। ट्रंप ने इसे अमेरिका के लिए डिजास्टर बताया।
भारत के एक तरफ़ा रिश्तेअपनी इंटरव्यू में ट्रंप ने यह कहा कि भारत की और ब्राजील जैसे देश अमेरिका से भारी टैरिफ़ वसूल रहे हैं। अमेरिका और भारत का रिश्ता अच्छा है लेकिन ये रिश्ता हमेशा से एकतरफ़ा रहा है। दुनिया में जो देश सबसे ज्यादा टैरिफ़ वसूलते हैं उसमें भारत भी शामिल है। पहले भारतीय सामान तो आराम से मेरी के बाजार में आ जाते थे, लेकिन भारत में अमेरिका के सामानों को भारी टैरिफ़ चुकाना पड़ता था। हम पहले से भारत से ज्यादा शुल्क वसूल नहीं कर रहे थे इसीलिए भारतीय कंपनियां अमेरिका में आराम से व्यापार कर रही थी, लेकिन ऐसा हम नहीं कर पा रहे थे। इसलिए ट्रंप ने भारत पर 50% के टैरिफ़ को सही बताया।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन के लोगों की मदद करने के लिए भी कुछ जरूरी फैसले लेने वाले हैं। बता दें कि ट्रंप ने अपने इंटरव्यू में कई बातों का जिक्र किया। जिसमें अमेरिकी स्पेस कमांड को कोलोराडो से अलाबामा शिफ्ट करने की भी बात की।
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