इस साल महिलाओं के प्रमुख टूर्नामेंट के आधिकारिक प्रसारणकर्ता, जियोहॉटस्टार द्वारा जारी एक वीडियो में अक्षय कुमार ने अपनी भावनाएं व्यक्त कीं।
महिला क्रिकेट टीम का समर्थन करने के महत्व पर बात करते हुए अक्षय कुमार ने 2017 विश्व कप फाइनल देखने के अपने अनुभव को याद किया और अपनी भावनाएं साझा कीं। उन्होंने कहा, "मुझे 2017 विश्व कप फाइनल आज भी याद है। मैं स्कॉटलैंड से ट्रेन पकड़कर फाइनल देखने स्टेडियम गया था। मैंने हमारी महिला क्रिकेट टीम का जुनून देखा। मैं क्यों गया था? क्योंकि तभी मुझे समझ आया कि क्रिकेट में कोई लिंग भेद नहीं होता। बस एक जर्सी, एक जुनून और एक टीम होती है। टीम इंडिया।"
उन्होंने कहा, "हम आमतौर पर पुरुष टीम का उत्साहवर्धन करते हैं। लेकिन असली समर्थन तब मिलेगा जब हम अपनी महिला टीम का भी उतना ही उत्साहवर्धन करेंगे, जितना हम पुरुष टीम का करते हैं। असली प्रशंसक वह है जो हर खिलाड़ी के साथ खड़ा हो, चाहे वह पुरुष हो या महिला। यही असली नीले रंग की निशानी है। 'जर्सी वही, जज्बा वही'।
महिला क्रिकेट टीम का समर्थन करने के महत्व पर बात करते हुए अक्षय कुमार ने 2017 विश्व कप फाइनल देखने के अपने अनुभव को याद किया और अपनी भावनाएं साझा कीं। उन्होंने कहा, "मुझे 2017 विश्व कप फाइनल आज भी याद है। मैं स्कॉटलैंड से ट्रेन पकड़कर फाइनल देखने स्टेडियम गया था। मैंने हमारी महिला क्रिकेट टीम का जुनून देखा। मैं क्यों गया था? क्योंकि तभी मुझे समझ आया कि क्रिकेट में कोई लिंग भेद नहीं होता। बस एक जर्सी, एक जुनून और एक टीम होती है। टीम इंडिया।"
Also Read: LIVE Cricket Scoreभारत अपने घरेलू मैदान पर अपना पहला आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप खिताब जीतने की उम्मीद कर रहा है।
Article Source: IANSYou may also like
ऑपरेशन 'अमानत' के तहत यात्रियों की छूटी वस्तुएं आरपीएफ ने लौटाई
Emmanuel Macron's Car Stopped By Police In America : अमेरिका में पुलिस ने रोक दी फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की गाड़ी, उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप को लगा दिया फोन, जानिए फिर क्या हुआ
एकता कपूर कलयुग की मीरा हैं` 49 की होने के बावजूद इस एक्टर की वजह से आज तक नहीं की शादी
'राइज एंड फॉल': भड़के नयनदीप ने धनश्री और अरबाज पर लगाया राजनीति करने का आरोप
जीएसटी में बदलाव देश को विकसित बनाने में मील का पत्थर साबित होगा: रणबीर गंगवा