नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने अंता से भाजपा विधायक कंवरलाल मीना की सदस्यता को लेकर बनी अनिश्चितता को संवैधानिक परंपराओं पर कुठाराघात बताया है। इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष को तीन पत्र लिखने के बाद अब जूली ने मंगलवार को राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े को पत्र भेजकर भाजपा विधायक की सदस्यता रद्द करने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि मामले में अब तक का ढुलमुल रवैया कई तरह की शंकाएं पैदा कर रहा है। साथ ही जूली ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर अटल ज्ञान केंद्रों की स्थापना के लिए चयनित किए जाने वाले अटल प्रेरकों के चयन में युवा मित्रों को प्राथमिकता देने की मांग की है। गौरतलब है कि विधायक कंवरलाल मीना की सदस्यता को लेकर सोमवार को कोई निर्णय नहीं हो सका था।
विधानसभा को 5 मई को कोर्ट के फैसले की प्रति मिल चुकी है और नियमानुसार सात दिन में मीना की सदस्यता रद्द करने पर निर्णय हो जाना चाहिए था। सोमवार को सात दिन पूरे हो गए, लेकिन विधानसभा ने अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है।
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